विकलांगों का सामान करमुक्त होना चाहिए : राहुल गांधी
राहुल गांधी ने दिव्यांगों के इस्तेमाल के सामान पर जीएसटी लगाने के फैसले को मोदी सरकार की असंवेनशीलता करार देते हुए आज मांग की कि विकलांगों के उपयोग के सामान को करमुक्त किया जाना चाहिए
नयी दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दिव्यांगों के इस्तेमाल के सामान पर वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) लगाने के फैसले को मोदी सरकार की असंवेनशीलता करार देते हुए आज मांग की कि विकलांगों के उपयोग के सामान को करमुक्त किया जाना चाहिए।
गांधी ने ट्वीट करके कहा “ विकलांगों का सहारा ह्वीलचेयर तथा ब्रेल टाइपराइटर पर जीएसटी लगाने के फैसले से एक बार फिर साबित हो गया है कि यह सरकार समाज के सबसे कमजोर तबके के प्रति बेहतद असंवेदनशील है।
’’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने विकलांगों द्वारा सहायता के लिए उपयोग में लाए जाने वाले सभी सामान पर जीएसटी तत्काल खत्म करने की मांग करते हुए कहा “इस फैसले से लाखों दिव्यांगों को और अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा इसलिए कांगेस पार्टी इस ‘विकलांग कर’ को पूरी तरह से वापस लेने की मांग करती है।
” गौरतलब है कि जीएसटी परिषद ने नेत्रहीन लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ब्रेल टाइपराइटर तथा ब्रेल कागज पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगाने का फैसला किया है। इसी तरह से जिन लोगों को सुनायी नहीं देता है उनकी कदद करने वाले उपकरण ‘हेयरिंग एड’ पर भी 12 प्रतिशत जीएसटी तय किया गया है जबकि ह्वील चेयर आदि सामान पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने का निर्णय किया गया है।
गांधी ने जीएसटी लागू किए जाने से पहले आरोप लगाया था कि मोदी सरकार ने बिना तैयारी के अपने प्रचार के लिए आधा अधूरा जीएसटी लागू किया है।


