दिल्ली विश्वविद्यालय ने जारी की स्पेशल कट ऑफ, कुछ ही छात्र कर सकेंगे आवेदन
दिल्ली विश्वविद्यालय ने सोमवार को एक स्पेशल कट ऑफ लिस्ट जारी की है

नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय ने सोमवार को एक स्पेशल कट ऑफ लिस्ट जारी की है। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता के मुताबिक यह विशेष कट-ऑफ उन उम्मीदवारों के लिए है जो पहले जारी की जा चुकी कट ऑफ लिस्ट के आधार पर दाखिले के पात्र तो थे लेकिन किन्हीं कारणों से प्रवेश नहीं ले सके।
दिल्ली विश्वविद्यालय में अंडर ग्रेजुएट कोर्स के लिए 70 हजार सीटें हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय ने इन 70 हजार सीटों पर दाखिले के लिए अभी तक तीन कट-ऑफ लिस्ट जारी की हैं। तीनों कट-ऑफ के आधार पर अब तक कुल 1,70,186 छात्रों ने दाखिले के लिए आवेदन किया है। इनमें से 58,000 छात्रों को दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों में दाखिला मिल चुका है।
विशेष कट-ऑफ, रिक्त सीटों की उपलब्धता के आधार कालेजों द्वारा तय की गई है। विशेष कट-ऑफ के तहत आवेदन करने की गारंटी नहीं है। यदि कोई उम्मीदवार आवेदन करने या भुगतान करने में विफल रहता है तो किसी भी शिकायत पर विचार नहीं किया जाएगा।
गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने 1 अक्टूबर को नामांकन हेतु पहली कट ऑफ जारी की थी। इसमें पिछले वर्षो के तुलना में अनियमित उछाल देखी गयी। परिणाम स्वरूप 99 प्रतिशत अंक पाने वाले छात्र भी हिंदू, हंसराज, रामजस जैसे देश के प्रतिष्ठ महाविद्यालयों के कई पाठ्यक्रमों में दाखिले से वंचित रह गए।
दिल्ली विश्वविद्यालय में दूसरी और तीसरी कटऑफ भी जारी की जा चुकी है। तीसरी कटऑफ लिस्ट के आधार पर 18 अक्टूबर से दाखिले एक बार फिर शुरू किए गए थे। तीसरी कट ऑफ के लिए यह दाखिला प्रक्रिया 21 अक्तूबर रात 11 बजकर 59 मिनट तक जारी रही। दिल्ली विश्वविद्यालय ने 16 अक्तूबर को अपनी तीसरी कट ऑफ जारी की थी।
दिल्ली विश्वविद्यालय में विभिन्न कॉलेजों के कई पाठ्यक्रमों के लिए पहली कट ऑफ लिस्ट 100 फीसदी तक गई थी। दूसरी कटऑफ लिस्ट में भी कोई खास अंतर नहीं आया था। दूसरी लिस्ट में विभिन्न कॉलेजों में कटऑफ को लेकर औसतन 0.25 फीसदी से लेकर 3 फीसदी तक गिरावट की गई थी। इसके बाद अब तीसरी कटऑफ में भी कोई बड़ी गिरावट नहीं आई।
तीसरी कटऑफ के बाद चौथी कट ऑफ के आधार पर दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले के गिने-चुने अवसर ही रह जाएंगे। हालांकि बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडी और बैचलर ऑफ बिजनेस इकोनॉमिक्स कोर्सिस की प्रवेश परीक्षा का परिणाम आने पर बीकॉम व इकोनॉमिक्स जैसे पाठ्यक्रमों में कुछ सीटों पर अवसर मिल सकता है।


