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दिल्ली सरकार ने बढ़ाया वैट, आंदोलन से डरे केजरीवाल कर रहे हैं नाटक: माकन

पेट्रोल व डीजल के बढ़े दामों पर विपक्ष ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की घेराबंदी तेज हो गई है और आज कांग्रेस ने हस्ताक्षर अभियान के साथ साथ विरोध प्रदर्शन का भी ऐलान कर दिया है

दिल्ली सरकार ने बढ़ाया वैट, आंदोलन से डरे केजरीवाल कर रहे हैं नाटक: माकन
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नई दिल्ली। पेट्रोल व डीजल के बढ़े दामों पर विपक्ष ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की घेराबंदी तेज हो गई है और आज कांग्रेस ने हस्ताक्षर अभियान के साथ साथ विरोध प्रदर्शन का भी ऐलान कर दिया है। अब प्रदेश कांग्रेस गुरूवार को मंडी हाउस चौक से संसद मार्ग तक मानव श्रंखला बना कर दिल्ली की जनता को पेट्रोल व डीजल के दामों के प्रति जागरुक करेगी।

मानव श्रंखला के पूरे रुट पर दिल्ली के सभी 14 जिला कांग्रेस कमेटियों के हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता चिन्हित स्थानों पर हाथों में तख्तियां व बैनर लेकर पेट्रोल व डीजल के दामों को कम करने की मांग करेंगे।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि पिछले साढ़े तीन वर्षों में मोदी की केन्द्र सरकार व केजरीवाल की दिल्ली सरकार द्वारा पेट्रोल व डीजल पर बढाए गए टैक्स के कारण इनके दामों में बेहताशा वृद्धि हुई है। मोदी सरकार ने तीन वर्ष के कार्यकाल में 11 बार पेट्रोल व डीजल पर एक्साईज ड्यूटी बढ़ाई है जिससे मई 2014 से अब तक पेट्रोल पर 133.47 प्रतिशत तथा डीजल पर 400.86 प्रतिशत एक्साईज की बढ़ोत्तरी हुई है।

इसी प्रकार आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार ने कानून में संशोधन करके पेट्रोल व डीजल पर वेट की दरों के केप को 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत कर दिया और दो बार पेट्रोल व डीजल पर वैट बढ़ाया है जिसके कारण पेट्रोल पर 73.34 प्रतिशत व डीजल पर 91.31 प्रतिशत की वैट की वृद्धि हुई है। यदि कांग्रेस के कार्यकाल मई 2014 के बाद पेट्रोल पर बढ़ाए गए टैक्स को ही कम कर दिया जाए तो अकेले पेट्रोल ही 61.62 रुपये प्रतिलीटर के दाम पर आ जाएगा।

कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान व जनजागरण अभियान से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल डर गए हैं यह कहते हुए श्री माकन ने कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को तो खुद केजरीवाल व अपने विधायकों के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहिए क्योंकि उनके विधायक जनता से अपना चेहरा बचाते घूम रहे हैं, क्योंकि जब दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने पेट्रोल व डीजल पर दो बार वैट की दरे बढाई थी तो महंगे तेल के लिए वह भी जिम्मेदार है। जबकि ये वही केजरीवाल हैं जो कहा करते थे कि बिना टैक्स के भी सरकार चल सकती है। श्री माकन ने कहा कि दुख की बात है कि श्रीलंका जैसा देश जो भारत से पेट्रोल खरीदता है वह भारत से बहुत कम सस्ते दामों पर पेट्रोल व डीजल अपने देश में बेच रहा है, क्योंकि उन्होंने पेट्रोल व डीजल पर अनापशनाप टैक्स नही लगाए हैं। श्री माकन ने कहा कि पेट्रोल व डीजल पर एक्साईज व वैट की वृद्धि के कारण 100 रुपये के पेट्रोल पर 51.78 रुपये तथा डीजल पर 44.40 रुपये टैक्स देना पड़ता है।

पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम पर आप ने बुलाई आपात बैठक, दस दिन बाद दिल्ली पहुंचे केजरीवाल
आम आदमी पार्टी ने बढ़े दाम के खिलाफ व्यापक आंदोलन छेडऩे का ऐलान किया है और इसी कड़ी में बुधवार को सभी विधायकों, संगठन की आपात बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी दस दिन की विपश्यना के बाद आज रात लौट रहे हैं और आते ही कल सुबह मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे।

दिल्ली के संयोजक गोपाल राय ने बताया कि देश में भाजपा ने सत्ता में आने से पहले देश की जनता से वादा किया था कि वो मंहगाई कम करके दिखाएंगे लेकिन हक़ीकत ये है कि पूरे देश में पैट्रोल.डीज़ल के दाम आसमान छू रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम कम हैं लेकिन भारत में पेट्रोल को तकरीबन 56 प्रतिशत मुनाफ़े के साथ बेचा जा रहा है।

दिल्ली में पैट्रोल के दाम 70 रुपए करीब हैं जबकि मुम्बई में 80 रुपए हैं। जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे के दाम इस वक्त 50 डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे हैं। जब कच्चे तेल के दाम आधे से कम हैं तो भारत में पेट्रोल डीज़ल मंहगा क्यों बेचा जा रहा है।


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