माकपा ने रमन सरकार पर किसान आन्दोलन कुचलने का आरोप लगाया
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) के छत्तीसगढ़ राज्य सचिव मंडल ने सात सूत्रीय मांगो को लेकर किसानों के चल रहे आन्दोलन को राज्य की रमन सरकार पर कुचलने का आरोप लगाया है

रायपुर। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) के छत्तीसगढ़ राज्य सचिव मंडल ने सात सूत्रीय मांगो को लेकर किसानों के चल रहे आन्दोलन को राज्य की रमन सरकार पर कुचलने का आरोप लगाया है।
राज्य सचिव मंडल सदस्य धर्मराज महापात्र ने आज यहां जारी बयान में आरोप लगाया कि स्वामीनाथन कमेटी की सिफ़ारिशो के अनुरूप लागत का डेढ़ गुना फसल के समर्थन मूल्य एवं बोनस के वायदे की अमल की मांग को लेकर राजनांदगाव से निकलने वाली किसान यात्रा तथा प्रदेश के विभिन्न हिस्से में इस सवाल पर संघर्ष की किसान संगठनों के आन्दोलानात्मक कदम को धारा 144 लगाकर कुचलने का काम किया गया है।
उन्होने किसानो के विरोध के जनतांत्रिक अधिकार पर हमले का तीव्र विरोध करते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया।
उन्होने कहा की किसानो की बढती आत्महत्या को रोकने में विफल प्रदेश सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ किसानो के बढ़ते गुस्से को दबाने पूरे प्रदेश को अघोषित आपातकाल में बदल दिया गया।
बड़े पैमाने में किसान नेताओ की प्रदेश के अलग अलग स्थानों में गिरफ्तारी की गई।
श्री महापात्र ने आज राजधानी में मुख्यमंत्री आवास के घेराव के लिए एकत्रित हुए किसान नेताओ द्वारिका साहू माकपा राज्य सचिव संजय परते, अरविन्द नेताम, संकेत ठाकुर, आनंद मिश्रा, आलोक शुक्ल सहित अनेक लोगो को बलपूर्वक गिरफ्तार किए जाने की भी कड़ी निन्दा की।


