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राहुल के बिहार दौरे से पहले दरभंगा में विवाद, पुलिस ने कुर्सियां हटाकर छात्रों को भगाया

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के बिहार दौरे से पहले दरभंगा में एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। राहुल गांधी आज दरभंगा के अंबेडकर छात्रावास में छात्रों से संवाद करने वाले थे, लेकिन प्रशासन ने इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम स्थल पर जुटकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, जबकि पुलिस ने कुर्सियां हटाकर छात्रों को तितर-बितर कर दिया और उन्हें जबरदस्ती वापस भेजने का आरोप लगाया गया है

राहुल के बिहार दौरे से पहले दरभंगा में विवाद, पुलिस ने कुर्सियां हटाकर छात्रों को भगाया
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पटना। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के बिहार दौरे से पहले दरभंगा में एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। राहुल गांधी आज दरभंगा के अंबेडकर छात्रावास में छात्रों से संवाद करने वाले थे, लेकिन प्रशासन ने इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम स्थल पर जुटकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, जबकि पुलिस ने कुर्सियां हटाकर छात्रों को तितर-बितर कर दिया और उन्हें जबरदस्ती वापस भेजने का आरोप लगाया गया है।


बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि वे हर हाल में अंबेडकर छात्रावास जाएंगे और सरकार के इस कदम को छात्रों के अधिकारों पर हमला बताया। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने एनडीए सरकार को दलित विरोधी करार दिया और कहा कि सरकार के दबाव में ही कार्यक्रम को नहीं होने दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, “सरकार छात्रों की आवाज दबाना चाहती है, लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे।”

इस घटना पर बिहार कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर नीतीश कुमार की सरकार को निशाने पर लेते हुए लिखा- “डरपोक है नीतीश-मोदी सरकार, छात्रों से भी डरती है!! दरभंगा अंबेडकर छात्रावास में

RahulGandhi के ‘शिक्षा न्याय संवाद’ से पहले ही प्रशासन कुर्सियाँ खींचने लगी— अपनी कुर्सी का डर है क्या?”

कांग्रेस के आधिकारिक हैंडल से भी एक पोस्ट में लिखा गया किआज नेता विपक्ष राहुल गांधी बिहार के दरभंगा में ‘शिक्षा न्याय संवाद’ में छात्रों से मिलने वाले थे। लेकिन बिहार की ‘डबल इंजन’ सरकार से ये बर्दाश्त न हुआ। सरकार ने आयोजन स्थल पर पुलिस भेजकर तोड़फोड़ करवाई और छात्रों को जबरदस्ती वापस भेजा गया। बेहतर शिक्षा छात्रों का अधिकार है, जिसे बिहार के छात्रों से लगातार छीना जा रहा है। हम इस अन्याय का पुरजोर विरोध करते हैं।”

इस घटना के पीछे राजनीतिक मंशा की बात भी सामने आ रही है। इस साल के आखिर में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं, और कांग्रेस का आरोप है कि सरकार छात्रों के अधिकारों को दबा रही है तथा शिक्षा के मुद्दे पर बात करने से रोक रही है। कांग्रेस का मानना है कि बीजेपी और उसके सहयोगी दल इस तरह की घटनाओं को अंजाम देकर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं।

दरभंगा में हुई इस घटना ने राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है। कांग्रेस ने इसे एक सुनियोजित साजिश करार दिया है, जबकि सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इस घटना के बाद छात्रों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में गुस्सा देखा गया, और वे सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करने लगे।

इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस और सुरक्षाबलों को कुर्सियां हटाते और छात्रों को तितर-बितर करते देखा जा सकता है। कांग्रेस का कहना है कि यह घटना बिहार में शिक्षा के अधिकार को लेकर चल रही उनकी लड़ाई को और मजबूत करेगी, और वे छात्रों के हित में अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।

बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद राहुल गांधी का कार्यक्रम स्थल बदलकर टाउन हॉल में शिफ्ट कर दिया गया है, जहां वे छात्रों से संवाद करेंगे। हालांकि, कांग्रेस का आरोप है कि सरकार ने जानबूझकर अंबेडकर छात्रावास में कार्यक्रम नहीं होने दिया, क्योंकि वहां दलित छात्रों की भागीदारी अधिक थी।

इस घटना ने एक बार फिर बिहार की राजनीति में शिक्षा और छात्रों के अधिकारों को लेकर बहस को तेज कर दिया है, और आने वाले दिनों में इसका राजनीतिक असर देखने को मिल सकता है।


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