प्रशांत किशोर की एंट्री पर कांग्रेस में विरोध
देश में जल्द ही अगले साल कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं...उससे पहले कांग्रेस खुद को मजबूत बनाने में जुटी है. इसीलिए उसकी नजर प्रशांत किशोर पर है...पार्टी चाहती है कि वो हाथ का साथ देकर ममता की तरह उसकी भी नैया पार लगाए...लेकिन कांग्रेस के इस प्लान ने कई नेताओं को परेशान कर दिया है...और वो पीके की एंट्री के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं...

राजनीति में पर्दे के पीछे से प्रशांत किशोर किस तरह से रणनीति बनाकर सियासी पार्टियों की नैया को पार लगाते हैं, इस बात से हर कोई वाकिफ है,,इसीलिए कांग्रेस उन्हें पर्दे के आगे लाकर अपनी किस्मत को चमकाने की कोशिश में लगी है...लेकिन इस बीच पार्टी का एक धड़ा ऐसा भी है, जो उनके कांग्रेस में शामिल करने के सख्त खिलाफ बताया जा रहा है...दरअसल कुछ दिन पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के एक घर एक अहम बैठक हुई थी, जिसमें प्रशांत किशोर के कांग्रेस में आने को लेकर चिंता जताई गई...जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में कांग्रेस के 23 नेताओं जिन्हें G-23 भी कहा जाता है वो शामिल हुए थे. ये नेता प्रशांत किशोर को कांग्रेस में शामिल करने के सख्त खिलाफ हैं....दिलचस्प बात ये भी है कि इस बैठक में कुछ वो नेता भी थे जो पीके को कांग्रेस में लाने का समर्थन कर रहे हैं...जानकारी के मुताबिक बैठक में शामिल हुए एक नेता ने बताया कि हमने उत्तर प्रदेश में प्रशांत किशोर को देखा है. उनकी सफलता विशिष्ट है...हालांकि पीके को पार्टी में शामिल करने के किसी भी प्रस्ताव पर कांग्रेस वर्किंग ग्रुप की बैठक में चर्चा की जानी चाहिए...बताया जा रहा है कि पीके को लेकर पार्टी में उठे बगावती सुरों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी और अंबिका सोनी को प्रशांत किशोर पर पार्टी नेताओं के विचारों के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार करने का काम सौंपा गया है…अब इस बैठक से साफ है कि पीके को लेकर कांग्रेस में विरोध की आवाज उठने लगी है.


