कांग्रेस का आरोप, सरकार गिरने के लिए भाजपा ने रची घिनौनी साजिश
नई दिल्ली। कर्नाटक के मुद्दे को लेकर बुधवार को भी संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने जबरदस्त हंगामा किया।

कर्नाटक पर संसद में हंगामा जारी
नई दिल्ली। कर्नाटक के मुद्दे को लेकर बुधवार को भी संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने जबरदस्त हंगामा किया। लोकसभा में कांग्रेस, डीेएमके व तृणमूल समेत अन्य दलों ने सदन से बर्हिगमन किया, जबकि राज्यसभा में भी दो बार कार्यवाही स्थगित हुई। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने कर्नाटक की चुनी हुई सरकार को गिराने की घिनौनी साजिश रची है। मुंबई में पुलिस ने जिस तरह का बर्ताव किया, उससे लगता है कि महाराष्ट्र में मार्शल लाॅ लगा हुआ है।
लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि भाजपा ने कर्नाटक के विधायकों को डर और प्रलोभन दे कर मुंबई के एक होटल में रखा हुआ है। उन्हें कांग्रेस के मंत्रियों व नेताओं से नहीं मिलने नहीं दिया जा रहा है, ताकि चुनी हुई सरकार को गिराया जा सके। उन्होंने कहा कि पुलिस के जरिए उस होटल की घेरा बंदी की गई है।
कर्नाटक सरकार के मंत्री डीके शिवकुमार जब अपने विधायकों से मिलने वहां पहुचे तो उन्हें रोक दिया गया। विधायक भी उनसे मिलने के इच्छुक थे। चौधरी ने कहा कि उस होटल में शिवकुमार की बुकिंग थी, लेकिन वहां के मैनेजमेंट ने उसे निरस्त कर दिया। भाजपा सत्ता हासिल लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ती है।
एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि यदि शिवकुमार विधायकों को डरवाने जा रहे थे, तो उनके साथ 10 पुलिस वाले होटल के भीतर जा सकते थे। लेकिन उन्हें तो एेसे रोका गया जैसे कि वे कोई गुंडे या डान हों!उनका कहना है कि भाजपा कर्नाटक की सरकार गिराना चाहती है, इसलिए वह विधायकों को अपने कब्जे से बाहर नहीं निकलने दे रही है।
इसके पहले चौधरी ने लोकसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए केंद्र सरकार व भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। कुछ देर चले हंगामे के बाद कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने सदन से बर्हिगमन किया। उधर राज्यसभा में कांग्रेस नेता अानंद शर्मा, कपिल सिब्बल व राजीव गौड़ा ने इस मामले को उठाने की कोशिश की।
जब सभापति वेंकैया नायडू ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी तो सदन में हंगामा शुरू हो गया, जिसके बाद सदन को पहले 12 बजे और फिर दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। सिब्बल व गौड़ा कहना था कि उन्होंने नियम 267 के तहत नोटिस दिए हैं।


