छत्तीसगढ़ सरकार ने महात्मा गांधी की भावना के अनुरुप काम किया : खड़गे
छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने राजनांदगांव के ग्राम ठेकवा में 'भरोसे का सम्मेलन' आयोजित किया

राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने राजनांदगांव के ग्राम ठेकवा में 'भरोसे का सम्मेलन' आयोजित किया। इस सम्मेलन में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दावा किया कि राज्य सरकार ने महात्मा गांधी की भावना के अनुरुप काम किया है और बीते पांच साल में राज्य का अभूतपूर्व विकास हुआ है।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा, छत्तीसगढ़ में बीते पांच सालों में अभूतपूर्व विकास हुआ है। नीति आयोग की रिपोर्ट देखें तो बीते पांच सालों में 40 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर आ गये हैं। हमारी सरकार ने जनता से जो भी वायदे किये, उन्हें सरकार ने पूरा किया।
खड़गे ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार दलितों की, गरीबों की, पिछड़ों की और किसानों की सरकार है। गांधी जी यह कहते थे कि मैं ऐसे भारत का निर्माण करना चाहता हूं जहां गरीब से गरीब आदमी भी महसूस करे कि यह देश उसका है। इसी भावना के अनुरूप छत्तीसगढ़ में कार्य किया गया।
एक जमाना था जब बहुत कम धान किसानों से खरीदा जाता था। इस साल एक लाख सात हजार मीट्रिक टन धान खरीदा गया है। 19 लाख किसानों का ऋण माफ कर दिया गया। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को फसल का उचित मूल्य मिला। इंग्लिश मीडियम स्कूल आरंभ किये गये। लघु वनोपज हम लोग खरीद रहे हैं। आदिवासी भाई-बहनों को वनाधिकार दिया गया।
खड़गे ने कहा कि हमने बेरोजगारी भत्ता बढ़ाकर 2,500 रुपए कर दिया। केंद्र सरकार ने भी छत्तीसगढ़ के मिलेट मिशन की बहुत तारीफ की।
खड़गे ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में आजाद भारत को गढ़ने का कार्य शुरू हुआ। बड़े-बड़े उद्योग आये, छत्तीसगढ़ में भी उद्योग खुले। लाखों लोगों को रोजगार मिला। यहां पावर प्लांट खुले, स्टील प्लांट खुले। देश के औद्योगिक विकास की नींव रखी गई।
खड़गे ने कहा कि छत्तीसगढ़ की भूमि सांप्रदायिक सद्भाव की भूमि है। लोग बहुत सरल सहज हैं। उन्होंने राजनांदगांव की विभूतियों का भी इस अवसर पर स्मरण किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह मुक्तिबोध की धरती है। हमारे लोक-कलाकारों की धरती है। संस्कारधानी से निकले कलाकारों को नमन करता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सबको खाद्य सुरक्षा देने का कार्य किया। सबका राशन कार्ड बन रहा है। हम किसानों से 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान भी खरीदने वाले हैं। कोरोना महामारी के बावजूद हमने किसानों से धान की खरीदी जारी रखी। हम हमेशा किसान, मजदूर के हित में काम करते हैं। हम दो रुपए में गोबर खरीदते हैं। आज गौपालक, किसान, बेरोजगार, हम विभिन्न योजनाओं से सबके खाते में पैसे डाल रहे हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धियों के संबंध में चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने शिक्षा के ढांचे को मजबूत करने के लिए काम किया है। 30 हजार शिक्षकों की भर्ती की है। पुरानी पेंशन स्कीम पुनः आरंभ की है। कोटवारों, मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाया है।


