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रेपो रेट में कटौती के बाद बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र का बड़ा फैसला, 0.25% घटाया रिटेल लोन

सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने रविवार को घर, कार, शिक्षा और अन्य आरएलएलआर लिंक्ड उत्पादों पर ब्याज दर 25 आधार अंक या 0.25 प्रतिशत घटाने का ऐलान किया है

रेपो रेट में कटौती के बाद बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र का बड़ा फैसला, 0.25% घटाया रिटेल लोन
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रेपो रेट में कटौती का असर! बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने घटाईं रिटेल लोन की दरें

मुंबई। सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने रविवार को घर, कार, शिक्षा और अन्य आरएलएलआर लिंक्ड उत्पादों पर ब्याज दर 25 आधार अंक या 0.25 प्रतिशत घटाने का ऐलान किया है।

बैंक ऑफ महाराष्ट्र की ओर से यह कदम आरबीआई एमपीसी के बाद उठाया गया है, जिसमें रेपो रेट को 0.25 प्रतिशत कम करके 5.25 प्रतिशत कर दिया है।

बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने कहा कि ब्याज दरों में कटौती के बाद होम लोन की ब्याज दर 7.10 प्रतिशत से शुरू होती है। वहीं, कार लोन की ब्याज दर 7.45 प्रतिशत है।

बैंक ने आगे कहा कि ये दरें वर्तमान में बैंकिंग क्षेत्र में उपलब्ध सबसे प्रतिस्पर्धी दरों में से हैं।

बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने बयान में कहा कि रिटेल दरों में कमी ग्राहकों को किफायती वित्तीय समाधान प्रदान करने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

बैंक ने आगे कहा कि ऐसे समय में जब ब्याज दरें अपेक्षाकृत ऊंची हैं, लोन सस्ता करने से राहत मिलेगी और अधिक लोग घर, कार और शिक्षा के लिए लोन लेने के लिए प्रोत्साहित होंगे।

नई दरें शनिवार से प्रभावी हो गई हैं।

ब्याज दरों में कटौती होने से अब होम से लेकर कार और पर्सनल लोन सभी सस्ते हो जाएंगे और ईएमआई कम आने के कारण लोग पहले के मुकाबले अधिक लोन ले पाएंगे और इससे अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा।

आरबीआई ने एक तरफ ब्याज दरों में कटौती की है और दूसरी तरफ जीडीपी विकास दर अनुमान को बढ़ाया है।

मौद्रिक नीति में केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर अनुमान को पहले के 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.3 प्रतिशत कर दिया।

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि जीएसटी दरों में कटौती, मजबूत कृषि संभावनाओं, कम मुद्रास्फीति और कंपनियों और बैंकों की मजबूत बैलेंस शीट से आउटलुक बेहतर बना हुआ है।

आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ​​ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 8.2 प्रतिशत की मजबूत जीडीपी ग्रोथ और महंगाई में तेज गिरावट के बाद इसके 1.7 प्रतिशत पर आ जाने से देश की इकोनॉमी के लिए रेयर 'गोल्डीलॉक्स पीरियड' बना हुआ है।


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