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नो कॉन्फिडेंस मोशन लाकर केजरीवाल सरकार गिराने का षड्यंत्र : आप

आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली विधानसभा में 'नो कॉन्फिडेंस मोशन' लाकर केजरीवाल सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचा गया

नो कॉन्फिडेंस मोशन लाकर केजरीवाल सरकार गिराने का षड्यंत्र : आप
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नई दिल्ली आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली विधानसभा में 'नो कॉन्फिडेंस मोशन' लाकर केजरीवाल सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचा गया। राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली सरकार को गिराने के लिए भाजपा ने 'आप' विधायकों को दो विकल्प दिए हैं। पहला बीजेपी में आ जाओ या दूसरा ईडी-सीबीआई जेल में डाल देगी। 'आप' के पास 62 और बीजेपी के पास 8 विधायक हैं। लेकिन बीजेपी विधायक खरीदकर सरकार गिराना चाहती है।

राघव चड्ढा के मुताबिक विधायकों को धमकी मिल रही है कि अगर मनीष सिसोदिया का ये हाल कर सकते हैं फिर तुम तो सिर्फ विधायक हो। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने एमपी से लेकर महाराष्ट्र तक सरकारें गिराई हैं। उसी तरह 'आप' विधायकों को डराकर केजरीवाल सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी आंदोलन की कोख से जन्मी है। बीजेपी अपनी नापाक कोशिशें बंद कर दे।

राघव चड्ढा ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में कहा कि भारतीय जनता पार्टी दिल्ली विधानसभा में नो कॉन्फिडेंस मोशन लाना चाहती है। दिल्ली में 70 विधायकों की विधानसभा है। किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 70 में से कम से कम 36 विधायक चाहिए होते हैं। जिस पार्टी के 70 में से 36 विधायक होते हैं, उसी की सरकार होती है। आम आदमी पार्टी के 70 में से 62 विधायक हैं और बीजेपी के मात्र 8 विधायक हैं। यानी कि करीब 90 फीसद मेजोरिटी आम आदमी पार्टी के साथ है। सदन में 10 फीसद सीटें बीजेपी के पास है। लेकिन इन सीटों की बदौलत भारतीय जनता पार्टी दिल्ली विधानसभा में नो कॉन्फिडेंस मोशन लाकर केजरीवाल सरकार गिराना चाहती है।

उन्होंने कहा कि नो कॉन्फिडेंस मोशन की आड़ में लगातार आम आदमी पार्टी के विधायकों से संपर्क कर उन्हें डराया-धमकाया जा रहा है। विधायकों को दो ऑप्शन दिए जा रहे हैं। पहला, भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाओ और अरविंद केजरीवाल को छोड़ दो। अगर किसी को पहला ऑप्शन पसंद नहीं तो फिर दूसरा ऑप्शन है कि सीबीआई पकड़कर आपको जेल में डाल देगी।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में 2013, 2015, 2020 और 2022 में भी कई बार हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई थी, लेकिन हमारे एक विधायक को भी नहीं तोड़ पाए। आम आदमी पार्टी कांग्रेस पार्टी नहीं है, जिसके विधायक डर या प्रलोभन के चलते अपनी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो जाएं। आम आदमी पार्टी आंदोलन की कोख से जन्मी हुई पार्टी है।


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