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बिहार : दिलीप जायसवाल का राहुल गांधी पर तंज, 'वे आईना साफ कर रहे हैं, लेकिन धूल चेहरे पर है'

लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के महाराष्ट्र चुनाव में मैच फिक्सिंग और चुनाव आयोग पर सवाल उठाए जाने को लेकर एनडीए के नेता हमलावर हैं

बिहार : दिलीप जायसवाल का राहुल गांधी पर तंज, वे आईना साफ कर रहे हैं, लेकिन धूल चेहरे पर है
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पटना। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के महाराष्ट्र चुनाव में मैच फिक्सिंग और चुनाव आयोग पर सवाल उठाए जाने को लेकर एनडीए के नेता हमलावर हैं। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने शनिवार को तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी आईना साफ करते रहे, लेकिन धूल चेहरे पर है।

बिहार भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने राहुल गांधी पर तंज कसा। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी से मैं कहूंगा कि चुनाव आयोग पर आरोप लगाने से पहले उन्हें मेरी दो लाइन की कविता याद करनी चाहिए। 'राहुल गांधी जिंदगी भर आईना पोछता रहा, बाद में पता चला कि राहुल गांधी के चेहरे पर ही धूल था।' ऐसे में वो जितना इस देश का आईना साफ कर रहे हैं, वो पहले अपना चेहरा साफ करें। वे कभी चुनाव आयोग तो कभी सेना पर सवाल उठाते हैं। वो खाते भारत का हैं, लेकिन बातें पाकिस्तान और चीन की करते हैं।"

केंद्रीय मंत्री एवं जनता दल (यूनाइटेड) के नेता ललन सिंह ने कहा, "राहुल गांधी को पहले ही से पता है कि जब उन्हें हारना है। जब वे हारेंगे तो मैच फिक्स और कर्नाटक में जीत जाएंगे तो चुनाव निष्पक्ष होगा। तेलंगाना में जीत गए तो बहुत निष्पक्ष हुआ। जहां हार जाते हैं वहां फिक्स होता है। गैर राजनीतिक लोगों की बात का क्या जवाब दें।"

दरअसल, एक हिंदी और अंग्रेजी दैनिक में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का आर्टिकल छपा है, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए मैच फिक्सिंग की बात दोहराई। वहीं, हाल ही में बिहार दौरे के दौरान उन्होंने बिहार को देश का क्राइम कैपिटल भी कहा था। राहुल गांधी के हालिया बयान को लेकर एनडीए के नेता लगातार हमलावर हैं।

अपने आर्टिकल की प्रति सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर शेयर करते हुए राहुल गांधी ने लिखा, "ये समझना बिल्कुल मुश्किल नहीं है कि महाराष्ट्र में भाजपा इतनी बौखलाई हुई क्यों थी। लेकिन चुनाव में धांधली भी मैच फिक्सिंग जैसी होती है – जो पक्ष धोखाधड़ी करता है, वो भले ही जीत जाए, लेकिन इससे लोकतांत्रिक संस्थाएं कमजोर होती हैं और जनता का नतीजों से भरोसा उठ जाता है। हर जिम्मेदार नागरिक को सबूतों को खुद देखना चाहिए, सच्चाई समझनी चाहिए और जवाब मांगना चाहिए। क्योंकि महाराष्ट्र की यह मैच फिक्सिंग अब बिहार में भी दोहराई जाएगी और फिर वहां भी, जहां-जहां बीजेपी हार रही होगी। मैच फिक्स किए गए चुनाव लोकतंत्र के लिए जहर हैं।"


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