आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना: राष्ट्रपति कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित कर रहे हैं । इस संबोधन में मोदी सरकार आने वाले पांच साल में किस ट्रैक पर चलेगी सकी झलक दिख सकती

नई दिल्ली । संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति का संबोधन शुरू हो चुका है। राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी की 150 जयंती वर्ष में संसद के पहले सत्र को संबोधित करने पर हर्ष जताया और नवनिर्वाचित सांसदों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि 61 करोड़ वोटरों ने नया कीर्तिमान स्थापित किया और देश का मान बढ़ाया है । चुनाव में महिलाओं की भागीदारी भी पुरुषों के बराबर रही है । राष्ट्रपति ने लोकसभा के नए अध्यक्ष ओम बिड़ला को भी बधाई दी ।
President Kovind is addressing both Houses of Parliament. Watch https://t.co/eLGQp1KlyZ
— PMO India (@PMOIndia) June 20, 2019
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा देश के 61 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने मतदान कर, एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है और दुनिया में भारत के लोकतंत्र की साख बढ़ाई है। भीषण गर्मी में भी लोगों ने लंबी कतारों में खड़े रहकर अपना वोट दिया है ।इस बार, महिलाओं ने पहले की तुलना में अधिक मतदान किया है और उनकी भागीदारी पुरुषों के लगभग बराबर रही है। करोड़ों युवाओं ने पहली बार मतदान करके भारत के भविष्य निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस चुनाव की सफलता के लिए सभी मतदाता बधाई के पात्र हैं ।
उन्होंने कहा ,कि लोकसभा के इतिहास में सबसे बड़ी संख्या में, 78 महिला सांसदों का चुना जाना नए भारत की तस्वीर प्रस्तुत करता है
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि इस बार 78 महिला सांसदों का चुना जाना नए भारत के तस्वीर प्रस्तुत करता है। भारत की विविधताएं इस सत्र में दिख रही हैं क्योंकि इस बार कई क्षेत्रों से सदस्य चुनकर आए हैं ।खेल, शिक्षा, वकालत, फिल्म, समाज सेवा हर क्षेत्र से आए लोग यहां मौजूद है।
उन्होंने कहा कि देश की जनता ने बहुत की स्पष्ट जनादेश दिया है और पहले कार्यकाल के मूल्यांकन के बाद दूसरी बार बड़ा जनादेश दिया है ।2014 से पहले के वातावरण से सभी देशवासी परिचित है और देश को निराशा के माहौल का निकाला है. मेरी सरकार ने सबका साथ-सबका विकास के नारे पर काम किया है, जहां किसी के साथ भेदभाव नहीं है । मेरी सरकार पहले दिन से ही देशवासियों का जीवन सुधारने, कुशासन से पैदा मुसीबत दूर करने के लिए समर्पित ।
राष्ट्रपति कोविंद ने ग्लोबल वॉर्मिंग पर कहा कि क्लाइमेट चेंज और ग्लोबल वॉर्मिंग के बढ़ते प्रभावों के कारण आने वाले समय में, जलसंकट के और गहराने की आशंका है। आज समय की मांग है कि जिस तरह देश ने ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को लेकर गंभीरता दिखाई है, वैसी ही गंभीरता ‘जल संरक्षण एवं प्रबंधन’के विषय में भी दिखानी होगी ।


