असम : भाजपा नीत सरकार के कार्यकाल में राजद्रोह के 251 मामले दर्ज
असम में भारतीय जनता पार्टी सरकार के मई 2014 से सत्ता में आने के बाद से विभिन्न आतंकवादी संगठनों, बुद्धिजीवियों और कार्यकर्ताओं तथा अज्ञात लोगों के खिलाफ राजद्रोह के 251 से अधिक मामले दर्ज किए गए

गुवाहाटी । असम में भारतीय जनता पार्टी सरकार के मई 2014 से सत्ता में आने के बाद से विभिन्न आतंकवादी संगठनों, बुद्धिजीवियों और कार्यकर्ताओं तथा अज्ञात लोगों के खिलाफ राजद्रोह के 251 से अधिक मामले दर्जकिए गए हैं। राज्य सरकार ने आज विधानसभा में यह जानकारी दी।
विपक्षी दल के नेता देवव्रत सैकिया के एक तारांकित प्रश्न के जवाब में संसदीय मामलों के मंत्री चंद्रमोहन पटवारी ने मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल की तरफ से विधानसभा में ये आंकड़े पेश किये।
इनमें जानकारी दी गयी है कि राज्य में 26 मई 2014 से भाजपा नीत सरकार के सत्ता में आने के बाद से कुल मिलाकर राजद्रोह के 251 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। जिन लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गये हैं उनमें बुद्धिजीवी और आलोचक डॉ हिरेन गोहेन, पत्रकार मंजीत महंता और आरटीआई कार्यकर्ता तथा किसान नेता अखिल गोगोई शामिल हैं।
इनके अलावा विभिन्न आतंकवादी संगठनों, जेहादी समूहों, उल्फा (आई) और एनडीएफबी तथा अज्ञात लोगों के खिलाफ भी राजद्रोह के मामले दर्ज किए गए हैं। राज्य के 18 जिलों में ये मामले दर्ज किए गए हैं और अकेले कोकराझार जिले से 88 ऐसे मामले दर्ज किए हैं।


