युवाओं को नशीले पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए: एन बीरेन सिंह

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राज्य के आंतरिक एवं सीमांत इलाकों के छात्रों को नशीले पदार्थों से बचने और कठिन परिश्रम करने की सलाह दी है;

Update: 2018-04-19 16:40 GMT

इम्फाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राज्य के आंतरिक एवं सीमांत इलाकों के छात्रों को नशीले पदार्थों से बचने और कठिन परिश्रम करने की सलाह दी है।

बीरेन ने मुख्यमंत्री सचिवालय में चंदेल जिले में सीमांत जोउपी गांव के 50 छात्रों, दो शिक्षकों और गांव के एक मुखिया से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने यहां आये सभी छात्रों से राष्ट्र और राज्य के हित में काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशीले पदार्थों ओर अन्य मादक द्रव्यों को सेवन से बचना चाहिए।

उन्होंने कहा कि वह ग्रामीण इलाकों की अवसंरचना में कमी और परेशानियों से भलीभांति अवगत हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह छात्रों की समस्याओं का समाधान करने का भरसक प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों की बुनियादी ढांचे की जरूरतों का भी पूरा ध्यान रखा जायेगा।

गांव के मुखिया ने उन्हें बताया कि उन्होंने सीमा के क्षेत्रों में तैनात सैनिकों के आग्रह पर जोगी इलाके में लगभग 250 हेक्टेयर भूमि पर अफीम के बजाय लेमनग्रास की खेती करने का निर्णय लिया। मणिपुर की अंतराष्ट्रीय सीमा के इलाकों सुरक्षा को जिम्मा असम राइफल्स मणिपुर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा कर्मी अफीम की खेती के खिलाफ कदम उठा रहे हैं। राज्य पुलिस कर्मियों ने अफीम के पौधों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। उन्होंने कहा राज्य सरकार ने ‘वार ऑन ड्रग्स’ अभियान शुरू किया है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा कर्मियों ने बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थों और मादक द्रव्यों को जब्त किया है और अफीम के पौधों नष्ट किया है।

असम राइफल्स की पहल के तहत जोउपी के आंतरिक क्षेत्र के युवा छात्रों, शिक्षकों और गांव प्रमुखों के एक समूह के साथ बातचीत करने पर मुख्यमंत्री ने खुशी जतायी।
उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों के विकास के लिए सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम (बीएडीपी) के तहत मिलने वाली निधि का उचित उपयोग करने की आवश्यकता पर बल दिया।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) का 80 फीसदी कोष पर्वतीय जिलों में इस्तेमाल किया जा रहा है।
 

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