निवेश व रोजगार में सबसे आगे निकल सकता है यमुना
जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा प्रस्तावित होने के बाद यमुना एक्सप्रेस-वे शहर में जिस तरह निवेश को लेकर प्रस्ताव आ रहा है, उस हिसाब से देखा जाए तो निवेश को प्रस्ताव अगर धरातल पर आया;
ग्रेटर नोएडा। जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा प्रस्तावित होने के बाद यमुना एक्सप्रेस-वे शहर में जिस तरह निवेश को लेकर प्रस्ताव आ रहा है, उस हिसाब से देखा जाए तो निवेश को प्रस्ताव अगर धरातल पर आया तो आने वाले समय में यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास निवेश व रोजगार के क्षेत्र में नोएडा व ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास से काफी आगे निकल सकता है।
एक सप्ताह के भीतर यमुना एक्सप्रेस-वे शहर में 6315 करोड़ रुपए के निवेश को लेकर प्राधिकरण एमओयू पर साइन कर चुका है। जिसमें करीब पांच लाख नौ हजार 850 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना जताई जा रही है। इस निवेश को लेकर अंतिम फैसला 21 व 22 फरवरी को लखनऊ में होने वाली इंवेस्टर्स समिट में होना है। इसके अलावा चीन की एमएसएमई ने बीस हजार करोड़ रुपए के निवेश की इच्छा जताई है। जिस पर अभी सहमति नहीं बन पाई है।
फिलहाल प्राधिकरण के साथ 260 औद्योगिक इकाईयों की सहमति बन चुकी है। इसमें नोएडा अपैरल एक्सपोर्ट कलस्टर अकेले 200 एकड़ जमीन में टेक्सटाईल पार्क बनाने जा रहा हैै। क्लस्टर में 250 इकाईया होगी, जिसमें करीब 5000 करोड़ रुपए का निवेश करेगा और पांच लोगों लोगों को रोजगार मिलेगा। जिसमें करीब 80 फीसदी रोजगार महिलाओं को मिलेगा। नोएडा अपैरल कलस्टर के अध्यक्ष ललित ठुकराल का कहना है कि यमुना के सेक्टर-29 में टेक्सटाइल पार्क के लिए जमीन देख लिया है। वियतनाम, व चीन के अपैरल पार्क की स्टडी की जा रही है, जिससे बेहतर टेक्टाइल पार्क बनाने का प्रयास होगा।
इसमें डाइंग मिल, एंब्रायडरी, कॉमन फैसिलिटी सेंटर, ईटीएफ प्लांट के साथ लगभग छोटी-छोटी 250 इकाईयां होगी। अपैरल क्लस्टर के अलावा प्राधिकरण ने दस और कंपनियों के निवेश को लेकर सहमति बनाई है, जिसमें करीब 9850 लोगों को रोजगार मिलेगा। रविवार को यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक प्राधिकरण में चीनी एमएसएमई उद्योगपतियों का एक प्रतिनिधि मंडल निवेश को प्राधिकरण कार्यालय पहुंचा, जिसमें अधिकारियों के निवेश के संबंध में वार्ता हुई।
प्राधिकरण के इन्वेस्टमेंट सेल की तरफ से पावर पॉइन्ट प्रेजेंटेशन के माध्यम से यमुना प्राधिकरण के मास्टर प्लान, उद्योग सेक्टर व प्रस्तावित जेवर एयरपोर्ट के बारे में विस्तार से बताया गया। प्रतिनधि मंडल ने 600 एकड़ जमीन पर 20 हजार करोड़ रुपए के निवेश की इच्छा जताई। जिसमें इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रीयल टाउनशिप व कमोडिटी सिटी विकसित करना चाहता है।
प्राधिकरण की तरफ से स्पष्ट प्रस्ताव प्रस्तुत करने का अनुरोध किया गया। बैठक में प्राधिकरण के एसीईओ अमरनाथ उपाध्याय, विशेष कार्याधिकारी शैलेन्द्र भाटिया, पीके अग्रवाल प्रतिनिधि वर्ल्ड ट्रेड सेंटर नोएडा, चीनी एसएमई के चेयरमैन गाओहुआ शेन और अन्य अधिकारी मौजूद थे।