ट्रंप बोले, आने वाले हफ्तों में करेंगे पीएम मोदी से बातचीत

-नेपाल में कानून व्यवस्था संभालने में जुटी सेना. -यूक्रेन पर रूस के हमले के दौरान पोलैंड के एयरस्पेस का हुआ उल्लंघन. -जर्मन राजधानी बर्लिन में गुल हुई बत्ती, हजारों घरों में छाया अंधेरा. -ट्रंप ने ईयू से भारत और चीन पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की अपील की.;

Update: 2025-09-10 10:31 GMT

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  • -नेपाल में कानून व्यवस्था संभालने में जुटी सेना
  • -यूक्रेन पर रूस के हमले के दौरान पोलैंड के एयरस्पेस का हुआ उल्लंघन
  • -जर्मन राजधानी बर्लिन में गुल हुई बत्ती, हजारों घरों में छाया अंधेरा
  • -ट्रंप ने ईयू से भारत और चीन पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की अपील की

ट्रंप ने ईयू से भारत और चीन पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की अपील की

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने यूरोपीय संघ सेचीन और भारतपर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की अपील की है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने एक यूरोपीय और एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से बताया है कि ट्रंप ने यह सुझाव रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर दबाव बनाने के लिए दिया है.

यूरोपीय अधिकारी के मुताबिक, ट्रंप का कहना है कि अगर यूरोपीय संघ उसकी बात मानता है तो अमेरिका भी ऐसे ही टैरिफ लगा सकता है. कुल मिलाकर ट्रंप का इशारा इस ओर था कि वे कदम उठाने को तैयार हैं लेकिन ईयू को भी उनके साथ ऐसा करना होगा.

भारत और चीन रूसी तेल के सबसे बड़े खरीददारों में से एक हैं. ट्रंप लगातार दोनों ही देशों पर ऐसा करने के लिए और ज्यादा टैरिफ लगाने की धमकी देते रहते हैं. अगर ट्रंप की इस बात को ईयू मानता है तो इसके लिए उसे अपनी रणनीतियों को भी बदलना होगा. ईयू टैरिफ की जगह रूस पर प्रतिबंध लगाने की वकालत करता आया है.

रूस के हमले में मारे गए पेंशन की लाइन में लगे 23 यूक्रेनी नागरिक

पूर्वी यूक्रेन के एक गांव में हुई रूसी बमबारी में 24 लोगों की मौत हो गई और 19 घायल हो गए. यह हमला बीते मंगलवार को डानयेस्क इलाके के यारोवा गांव में हुआ. मारे गए लोगों में 23 लोग ऐसे थे जो अपनी पेंशन लेने के लिए लाइन में लगे थे. रूस ने इस हमले में ग्लाइड बम का इस्तेमाल किया जो लंबी दूरी तय कर सकता है. जिस गांव पर हमला हुआ वह फ्रंट लाइन के करीब भी है.

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस हमले को क्रूर बताते हुए रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंधों की मांग की. उन्होंने कहा कि दुनिया को आम नागरिकों पर किए गए रूस के ऐसे हमलों का जवाब दिए बिना नहीं जाने देना चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा, “दुनिया को अब चुप नहीं रहना चाहिए. अमेरिका, यूरोप और जी20 को प्रतिक्रिया देने की जरूरत है. रूस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है ताकि रूस की तरफ से आने वाली मौत का सिलसिला थम सके.”

उपराष्ट्रपति चुनाव में कुछ विपक्षी सांसदों पर क्रॉस वोटिंग करने का संदेह

भारत में 9 सितंबर को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए गठबंधन के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने 152 वोटों से जीत हासिल की. नतीजे की घोषणा होने के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने दावा किया कि विपक्ष के कई सांसदों ने एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया. उन्होंने “एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने वाले विपक्षी सांसदों” को विशेष धन्यवाद भी दिया.

बीजेपी संगठन के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष ने एक्स पर लिखा, “वोटिंग बैलेट पेपर के माध्यम से हुई और इंडी गठबंधन को उनकी संख्या से 15 वोट कम मिले. इंडी गठबंधन के नेताओं ने विवेक के आधार पर मतदान करने का प्रचार किया था. उन्हें बदले में यह मिला.”

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने इस बारे में न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि अगर क्रॉस वोटिंग हुई है तो इंडिया गठबंधन के हर सदस्य को गंभीरता से इसकी जांच करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि क्रॉस वोटिंग एक बेहद गंभीर मामला है और अगर इस दावे में बिल्कुल भी सच्चाई है तो इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि गठबंधन की सभी पार्टियां इसकी समीक्षा करेंगी.

ट्रंप बोले, आने वाले हफ्तों में करेंगे पीएम मोदी से बातचीत

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि भारत के साथ अमेरिका की व्यापार वार्ता जारी रहेगी. उन्होंने अपने ट्र्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर लिखा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत और अमेरिका, दोनों देशों के बीच व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत जारी रखे हुए हैं. मैं आने वाले हफ्तों में मेरे बहुत अच्छे दोस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने के लिए उत्सुक हूं.” उन्होंने लिखा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि दोनों देशों के लिए एक सफल नतीजे पर पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं होगी.

भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने इस पोस्ट के जवाब में भारत और अमेरिका को करीबी दोस्त और साझेदार बताया. उन्होंने लिखा, “मुझे भरोसा है कि हमारी व्यापार वार्ता, भारत-अमेरिका साझेदारी की असीमित संभावनाओं को अनलॉक करने का रास्ता बनाएगी. हमारी टीमें जल्द से जल्द इन चर्चाओं को निष्कर्ष तक पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं. मैं भी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ बात करने के लिए उत्सुक हूं. हम दोनों देशों के लोगों के लिए एक उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेंगे.”

जर्मन राजधानी बर्लिन में गुल हुई बत्ती, हजारों घरों में छाया अंधेरा

जर्मनी की राजधानी बर्लिन के दक्षिणी पूर्वी इलाकों के करीब 20 हजार घरों में अंधेरा छाया हुआ है. बीते मंगलवार को बर्लिन की कुछ हाई वोल्टेज बिजली केबलों पर कथित रूप से आगजनी की गई जिसके बाद वहां के 50 हजार घरों की बिजली चली गई थी.

आधे से अधिक घरों की बिजली कुछ घंटों बाद लौट आई लेकिन वहां की ग्रिड ने लोगों से अपील की है कि वे बिजली का कम इस्तेमाल करें ताकि बाकी घरों की बिजली भी दोबारा बहाल की जा सके.

बिजली ऑपरेटरों ने जानकारी दी है कि मरम्मत का काम चल रहा है लेकिन गुरुवार से पहले यह शायद ही खत्म हो पाएगा. इस ब्लैकआउट के कारण पुलिस और एंबुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाएं भी प्रभावित रहीं.

गाजा फ्लोटिला पर दो दिनों के भीतर हुआ दूसरा ड्रोन हमला

गाजा के लिए राहत सामग्री ले जा रहे 'समुद फ्लोटिला' ने दावा किया है कि उनकी एक नाव पर ट्यूनीशिया के एक पोर्ट के पास दोबारा ड्रोन से हमला किया गया है. दो दिनों के भीतर इस समूह पर हुआ यह दूसरा ड्रोन हमला है. इन नावों के बेड़े में पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग भी सवार हैं.

इससे पहले गाजा फ्लोटिला पर ट्यूनीशिया के ही सिदी बौ सईद पोर्ट पर पहला ड्रोन हमला हुआ था. हालांकि, ट्यूनीशिया के प्रशासन ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा था कि ड्रोन हमले की खबर गलत है.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, इन दोनों ही ड्रोन हमलों में नावों पर सवार किसी भी शख्स को चोट नहीं आई है. दूसरे हमले को लेकर रॉयटर्स ने ट्यूनीशिया कोस्ट गार्ड से संपर्क करने की भी कोशिश की लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला.

गाजा फ्लोटिला ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर एक वीडियो डाला है, जिसमें उन्होंने एक चमकीली चीज को नाव की ओर बढ़ते हुए दिखाया जिसके बाद नाव में आग भी लग गई. हालांकि, रॉयटर्स ने अब तक इस वीडियो की पुष्टि नहीं की है. फ्लोटिला नावों के समूह में 44 देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं.

सेबास्टियन लेकॉर्नू को सौंपी गई फ्रांस के प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी

फ्रांस को दो साल के भीतर अपना पांचवा प्रधानमंत्री मिल गया है. फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों ने अपने पुराने साथी और मौजूदा रक्षा मंत्री सेबास्टियन लेकॉर्नू को प्रधामंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी है. 39 वर्षीय लेकॉर्नू को पूर्व प्रधानमंत्री फ्रांसो बेयरू के इस्तीफे के कुछ घंटों बाद ही नियुक्त कर दिया गया. बेयरु बतौर प्रधानमंत्री 9 महीने से भी कम समय के लिए सरकार में रहे. बीते सोमवार की शाम संसद में विश्वास मत खोने के बाद उनकी सरकार गिर गई थी.

लेकॉर्नू की नियुक्ति के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि राष्ट्रपति माक्रों के कार्यकाल में सातवें प्रधानमंत्री सेबास्टियन लेकॉर्नू को सभी पार्टियों की राय लेकर फ्रांस का अगला बजट पास करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. बीते साल दिसंबर में भी प्रधानमंत्री पद की रेस में लेकॉर्नू शामिल थे. हालांकि, उनकी जगह तब माक्रों ने बेयरू को चुना था.

नेपाल में कानून व्यवस्था संभालने में जुटी सेना

नेपाल में दो दिनों तक चले उग्र विरोध-प्रदर्शनों के बाद अब सेना ने कानून व्यवस्था बरकरार रखने की जिम्मेदारी संभाल ली है. न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक, बुधवार को सशस्त्र सैनिक राजधानी काठमांडू की सड़कों पर गश्त लगाते हुए दिखे. इस दौरान, सैनिक लोगों को घरों में ही रहने का आदेश देते भी नजर आए.

नेपाल की सेना ने मंगलवार देर रात को चेतावनी देते हुए कहा था कि सुरक्षा बल कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. नेपाल में ऐसे मौके कम ही आते हैं, जब सेना को नागरिक इलाकों में तैनात किया जाता है. लेकिन मौजूद समय में पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने में असफल रही है. ऐसे में अब तक बैरकों में ही रहने वाली सेना को सड़कों पर उतारा गया है.

सेना ने काठमांडू में लोगों को बताया कि कर्फ्यू अभी भी लगा हुआ है और गाड़ियों एवं लोगों की जांच की. सेना ने एक बयान में बताया कि 21 संदिग्धों को गिरफ्तार भी किया गया है. उग्र प्रदर्शनों के चलते मंगलवार, 9 सितंबर को केपी शर्मा ओली ने नेपाल के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.

यूक्रेन पर रूस के हमले के दौरान पोलैंड के एयरस्पेस का हुआ उल्लंघन

पोलैंड ने दावा किया है कि उसने अपने एयरपस्पेस में आईं ड्रोन जैसी दिखने वाली कुछ चीजों को मार गिराया है. ये ड्रोन यूक्रेन पर रूस के हमले के दौरान पोलैंड के एयरस्पेस में जा घुसे थे. वहां की सेना ने अपने एयरस्पेस सीमा उल्लंघन की आचोलना करते हुए जानकारी दी है कि उन्हें दर्जनों ड्रोन जैसी चीजें नजर आईं, जिनमें से कुछ को उन्होंने मार गिराया है.

पोलैंड की सेना ने एक्स पर लिखा है कि रूस का यह हमला एक आक्रामक कृत्य है जिसने वहां के नागरिकों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर दिया है. पोलैंड के प्रधानमंत्री डॉनल्ड टस्क ने कहा है कि पोलैंड एयरस्पेस उल्लंघन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई जारी है. वहां के रक्षा मंत्री ने भी कहा है कि वह लगातार नाटो के संपर्क में हैं.

एयरस्पेस उल्लंघन के बाद वारसॉ समेत देश के चार मुख्य एयरपोर्ट को एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया है. यूक्रेन से सटी पोलैंड की सीमा के आस पास के ज्यादातर इलाकों में कई रेड अलर्ट भी जारी कर दिए गए हैं.

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