भाजपा नेता पर हमला जनता का आक्रोश, टीएमसी को दोष देना गलत : कुणाल घोष
पश्चिम बंगाल में हाल ही में भाजपा नेता पर हुए हमले को लेकर सियासी माहौल गरमाया हुआ है;
कुणाल घोष का पलटवार- हमले का समर्थन नहीं, जनता की नाराजगी का नतीजा
- टीएमसी प्रवक्ता बोले- भाजपा बंगाल को कमजोर करने की साजिश रच रही है
- ममता की शालीनता पर कुणाल घोष का जोर, बोले- हमले पर राजनीति न करें
पूर्व बर्धमान। पश्चिम बंगाल में हाल ही में भाजपा नेता पर हुए हमले को लेकर सियासी माहौल गरमाया हुआ है। इस घटना के बाद से भाजपा लगातार तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमलावर है। वहीं, अब इस मामले पर तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कड़ा जवाब दिया है और भाजपा पर पलटवार करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
कुणाल घोष ने कहा कि ओडिशा भाजपा शासित राज्य में उनके ही नेताओं की हत्या कर दी गई थी, तब क्या एनआईए या सीबीआई जांच हुई थी? अगर वहां जांच नहीं हुई तो यहां इतनी मांगें क्यों की जा रही हैं?
उन्होंने कहा कि टीएमसी इस हमले का समर्थन नहीं करती, यह सिर्फ जनता के आक्रोश का प्रतीक है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घायल भाजपा सांसद खगेन मुर्मू से अस्पताल जाकर मुलाकात की। इस पर कुणाल घोष ने कहा कि यह तृणमूल कांग्रेस की शालीनता और मर्यादा का परिचायक है।
उन्होंने सवाल किया कि जब ममता बनर्जी पर हमला हुआ था, तब क्या ज्योति बसु उन्हें देखने गए थे? जब त्रिपुरा में तृणमूल कार्यकर्ताओं पर हमले हुए, तब क्या वहां के भाजपा मुख्यमंत्री ने किसी को देखने की जहमत उठाई?
कुणाल घोष ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा विधायक खुद कह रहे हैं कि वे सौ दिनों की मजदूरी का पैसा नहीं देंगे, आवास योजना का पैसा रोकेंगे, और दिल्ली में बैठकर बंगाल को आर्थिक रूप से कमजोर करने की साजिश रच रहे हैं। जो लोग बंगाली बोलते हैं, उन्हें ‘बांग्लादेशी’ कहकर अपमानित किया जाता है। ऐसे में अगर ग्रामीण बंगाल के लोग नाराज हैं, तो इसका दोष टीएमसी पर नहीं डाला जा सकता।
इस दौरान कुणाल घोष के साथ राज्य मंत्री स्वपन देबनाथ, जिला अध्यक्ष रवींद्रनाथ चटर्जी, युवा नेता रश्मिहारी हालदार और तृणमूल कांग्रेस के कई वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद थे।