हमीरपुर में पानी का संकट गहराया, मरने वाले मवेशियों की तादाद में लगातार इजाफा
उत्तर प्रदेश में गर्मी के तल्ख होते तेवर के बीच हमीरपुर जिले में पानी का संकट गहराने लगा है। पानी के अभाव में मरने वाले मवेशियों की तादाद में लगातार इजाफा हो रहा है।;
हमीरपुर। उत्तर प्रदेश में गर्मी के तल्ख होते तेवर के बीच हमीरपुर जिले में पानी का संकट गहराने लगा है। पानी के अभाव में मरने वाले मवेशियों की तादाद में लगातार इजाफा हो रहा है।
सूत्रों ने बताया कि गर्मी के बावजूद अभी भी 50 फीसदी से अधिक तालाबों में पानी नही भरा गया है। इसके अलावा जिले मे 115 ऐसे तालाब है जहां पर पानी भरने का कोई साधन नही है।
लिहाजा करीब 80 गांवों के बेजुबान जानवरों को पानी के लिये इधर उधर भटकना पड़ रहा है। पानी के अभाव में कई मवेशी दम तोड चुके हैं।
जिला पंचायत राज अधिकारी डीपी तिवारी ने बताया कि जिले में गर्मी आते ही जिले में पानी संकट गहरा जाता है। सबसे ज्यादा समस्या मवेशियों के लिये रहती है। जिले के कुरारा, सुमेरपुर, मौदहा, मुस्करा, राठ, सरीला ब्लाकों में 1425 तालाब स्थापित है जिसमें अभी तक 710 तालाब भरे जाने की रिपोर्ट ग्राम प्रधानो से प्राप्त हुई है। शेष तालाबों में धूल उड़ रही है। इनमें केवल 60 तालाब ऐसे है जिनसे नहरों से पानी भराये जाने की सुविधा है जिसमें 40 में पानी भराया जा चुका है।इसी प्रकार 70 तालाब ऐसे है जिनसे राजकीय नलकूपों से तालाब भराये जाना है उसमें 53 तालाबों में पानी भराये जाने का दावा ग्राम प्रधान ने किया है। जिले के 440 तालाब ऐसे है जिसमें निजी नलकूपों से तालाब भराये जाना है जिसमें मात्र 160 तालाब भराये गये है।
बताया जाता है निजी नलकूप मालिक पानी भरने से इसलिये इंकार कर देता है कि उसे तालाब भराये जाने का पैसा नही दिया जाता है तालाब, सुमेरपुर ब्लाक के 13 तालाब, मौदहा ब्लाक के 10 तालाब, मुस्कारा के 15, राठ के 17, सरीला के 32 तालाबों मे पानी भराये जाने का कोई जुगत नही है।
जबकि ग्राम प्रधानों को राज्य वित्त आयोग से तालाब भराये जाने का पैसा दिया जाता है।जिला पंचायती राज अधिकारी ने बताया कि जिले में 115 तालाब जहां पर पानी भरने का कोई साधन नही है उसमें कुरारा ब्लाक के 25