भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुई जंग सरकार में भी जारी

रामलीला मैदान में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से सत्ता तक पहुंची आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई और 49 दिन में सरकार गिरने के बाद दोबारा 14 फरवरी को 67 सीटों पर विजय होकर सरकार बनाई;

Update: 2018-02-14 14:21 GMT

नई दिल्ली। रामलीला मैदान में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से सत्ता तक पहुंची आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई और 49 दिन में सरकार गिरने के बाद दोबारा 14 फरवरी को 67 सीटों पर विजय होकर सरकार बनाई।

लेकिन तीन साल के अंदर ही भ्रष्टाचार, महिला से बलात्कार सहित भ्रष्टाचार, चरित्र हनन, फर्जी डिग्री तक के आरोप लग चुके हैं। दिल्ली सरकार के इतिहास में पहली बार मंत्री रहते कोई नेता जेल गया तो वहीं मंत्री की महिला के साथ अंतरंग संबंधों की सीडी भी सामने आई। सरकार के  कामकाज पर अब पक्ष, विपक्ष सब आमने-सामने हैं।

 भाजपा जहां केजरीवाल सरकार के अराजक और भ्रष्ट सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर दिल्ली भाजपा मुख्यमंत्री के निवास पर एक विशाल प्रदर्शन करेगी वहीं स्वराज अभियान ने सवाल पूछा कि महिला सुरक्षा दल के वादे का क्या हुआ, किन बसों के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगे, डीटीसी बसों के अंदर मार्शल कहां हैं, लास्ट माईल कनेक्टिविटी के लिए सरकार ने क्या किया। निर्भया आंदोलन के बाद सत्ता में आई आम आदमी पार्टी की सरकार को दिल्ली में आज तीन साल हो चुके हैं।

दिल्ली सरकार की डीटीसी बसों में खुलेआम ऐसी घटनाएं होना बड़े शर्म की बात है। सरकार के महिला सुरक्षा संबंधी दावों और वादों को याद दिलाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार तीन साल में महिला सुरक्षा पर पूरी तरह विफल, बस में डीयू छात्रा से छेड़छाड़ मामले में छात्राओं को सुरक्षा दे व अपराधी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।  नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता तीन वर्ष पर कहते हैं-'मंत्रियों तथा विधायकों के बेजोड़ कीर्तिमान, चार मंत्री भ्रष्टाचार, शारीरिक शोषण, अक्षमता के चलते हटे, पांचवे मंत्री हवाला कांड में जेल जाने की तैयारी में, छठे मंत्री विधानसभा के सदस्य न होते हुए भी अनैतिक और असंवैधानिक रूप से अपने पद पर कायम। सरकार के कुकर्मों के चलते 67 विधायकों की संख्या घटकर 42 हुई।

'असूले चमन से जो नहीं वाकिफ  निजामें चमन उनके हाथ आ गयाÓ। उन्होंने कहा कि इसी कारण तीन साल हुआ कमाल, न बदले स्कूल न बदले अस्पताल, न बदला बिजली, पानी का हाल, न सच्चाई न ईमानदारी के रास्ते पर चली केजरीवाल सरकार, है हर दिल्लीवासी बेहाल। 

उन्होंने कहा कि तीन वर्ष के कार्यकाल में भ्रष्टाचार, भाई भतीजावाद, वीआईपी संस्कृति, फर्जीवाड़ा के अनेकों उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। महिला कांग्रेस अध्यक्ष, शर्मिष्ठा मुखर्जी कहती हैं तीन साल पर सरकार जश्न में हैं, प्रचार हो रहा है लेकिन विकास गायब हो गया, सरकार का पर्दाफाश हो चुका है। 

कैबिनेट में एक भी महिला नही है, पंजाब में महिलाओं की उत्पीड़न शिकायतें हुईं। लेकिन उनकी पार्टी महिला विरोधी पार्टी है और दिल्ली उनके शासन में रेप कैपिटल बन गई है। निर्भया जैसे कई कांड हुए लेकिन विरोध करने वाले आज सत्ता से चिपके हैं, केजरीवाल मौन हैं। केजरीवाल सरकार के पास कानून व्यवस्था नहीं है वे प्रदर्शन करते थे, शीला दीक्षित पर आरोप लगाते, अब केजरीवाल एलजी और मोदी को दोष देते हैं।

जीआरसी, सैनिटरी नैपकिन तक बंद कर दिए। बस में लड़कियों से बदसलूकी हुई केजरीवाल बताएं कि सीसीटीवी और मार्शल कहां हैं। पार्टी के जानकार मानते हैं कि अहंकार, नेताओं की मनमानी से ही गोवा, पंजाब में हार मिली और अब 20 विधायक भी गंवाए हैं। पार्टी के भीतर ही सुशील गुप्ता को राज्यसभा भेजने को लेकर सवाल थे लेकिन पार्टी ने संजय सिंह, एनडी गुप्ता सहित तीन सीटों को हासिल संसद के उच्च सदन में भी स्थान हासिल कर लिया। मामला जंग का है जो भ्रष्टïाचार के खिलाफ शुरू हुई थी और केंद्र सरकार, अपने अधिकारियों से चलते चलते आज भी बदस्तूर बरकरार है। 

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