नीली बत्ती उतारने के लिए आदेश का किया जा रहा है इंतजार

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी जिले के अधिकारियों में वीआईपी कल्चर के प्रति मोह देखने को मिला, जबकि तत्काल प्रभाव से नीली बत्ती उतारने का दिया गया है निर्देश;

Update: 2017-04-22 15:18 GMT

ग्रेटर नोएडा। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी जिले के अधिकारियों में वीआईपी कल्चर के प्रति मोह देखने को मिला, जबकि तत्काल प्रभाव से नीली बत्ती उतारने का दिया गया है निर्देश। हालांकि जिलाधिकारी एनपी. सिंह ने मुख्यमंत्री के निर्देश का पालन करते हुए अपनी गाड़ी से नीली बत्ती उतार दिया है, लेकिन एडीएम प्रशासन के साथ ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के कई अफसरों की गाड़ियों से नीली बत्ती नहीं हटी है। अधिकारियों का कहना है कि उन्हें शासन का आदेश नहीं मिला है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अधिकारियों व मंत्रियों को अपनी गाड़ियों से नीली बत्ती हटाने का आदेश जारी किया है। शुक्रवार को यह आदेश प्रभावी हो गया है। फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस, आर्मी और पुलिस वाहनों के साथ वीआईपी सुरक्षा में लगे सुरक्षा बलों को छोड़ कर अन्य अधिकारी अपनी गाड़ी पर नीली या लाल बत्ती नहीं लगा सकेंगे।

मुख्यमंत्री आदेश का पालन करते हुए जिलाधिकारी ने अपनी गाड़ी से नीली बत्ती उतार दी है। डीएम का कहना है कि सभी को मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन करना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से तत्काल प्रभाव से नीली बत्ती उतारने की अपील की है। वहीं, एडीएम प्रशासन कुमार विनित की गाड़ी पर नीली बत्ती लगी पाई गई। इसके साथ ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के चेयरमैन डॉ. प्रभात कुमार की गाड़ी पर भी नीली बत्ती लगी थी।

प्राधिकरण के एसीईओ सहित कुछ और अधिकारियों की गाड़ियों से नीली बत्ती नहीं हटी है। एडीएम प्रशासन कुमार विनित का कहना है कि अभी तक शासन का आदेश नहीं मिला है। आदेश मिलते ही पालन किया जाएगा, पूर्व में शासन ने जो आदेश जारी किया था, उसके अनुसार, मजिस्ट्रेट की पॉवर रखने वाले अधिकारियों को अपनी गाड़ी पर नीली बत्ती लगाने का अधिकार है। 

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