वीरेन्द्र डाढ़ा ने कांग्रेस छोड़ बसपा में शुरू की नई पारी
कांग्रेस नेता व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व कांग्रेस नेता वीरेन्द्र डाढ़ा कांग्रेस छोड़कर बसपा में शामिल होने निर्णय किया है;
ग्रेटर नोएडा। कांग्रेस नेता व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व कांग्रेस नेता वीरेन्द्र डाढ़ा कांग्रेस छोड़कर बसपा में शामिल होने निर्णय किया है, लोगों का कहना है वीरेन्द्र डाढ़ा के बहुजन समाज पार्टी में शामिल होने से पश्चिम उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। जिले में बसपा का जनाधार बढ़ेगा। वीरेन्द्र डाड़ा सिकन्द्राबाद विधानसभा सीट से 2007 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं।
बसपा में सम्मलित वीरेन्द्र डाढ़ा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में केवल बसपा पार्टी ही विकास कर सकती है और ये सभी लोग जानते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का विकास बसपा के कार्यकाल में हुआ है, आगे भी बसपा के कार्यकाल में विकास होगा, इस पार्टी में सभी लोगों को पूरा सम्मान मिलता है। देहात मोर्चा से राजिनीतिक सफर शुरू करने वाले वीरेन्द्र डाढ़ा कांग्रेस में शामिल हुए, पार्टी ने सम्मान देते हुए टिकट भी दिया, प्रदेश में कांग्रेस की स्थित ठीक नहीं होने की वजह से जीत नहीं मिल सकी।
कांग्रेस पार्टी के लिए काम करते रहे लेकिन पार्टी हाई कमान ने दोबारा टिकट देना मुनासिब नहीं समझा। उन्होंने किसान संगठन के माध्यम से किसान कामगार के माध्यम से जनता से लगातार संवाद बनाए रखा। किसानों की समस्या को लेकर प्राधिकरण पर धरना प्रदर्शन करते रहे और किसानों न्याय भी दिलाया। इनके भाई नरेन्द्र भाटी इसके पहले कांग्रेस छोड़ बसपा में शामिल हुए और दादरी का प्रभारी भी बनाया गया है।
छोटे भाई के बसपा में शामिल होने के बाद वीरेन्द्र डाढ़ा के भी बसपा में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। नरेन्द्र भाटी ने बताया कि जल्द ही बड़े कार्यक्रम के माध्यम से औपचारिक घोषणा कर दिया जाएगा।