विधानसभा 2023 का आगाज़; मध्यप्रदेश में यह है कांग्रेस की तैयारी
कांग्रेस चुनाव से एक साल पहले से ही तैयारियों में जुट गयी है। वर्तमान में कांग्रेस के 95 विधायक हैं। इनमें से जिन विधायक के जीत का अंतर बहुत कम था उनके टिकिट काटे जा सकते हैं;
By : देशबन्धु
Update: 2022-12-13 01:00 GMT
गजेन्द्र इंगले
भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा का कार्यकाल दिसम्बर 2023 तक है। मतलब नवम्बर 2023 में मध्यप्रदेश में चुनाव होने हैं। जिसके लिए कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर कुछ बेसिक फॉर्मूला तैयार किया है जिसके आधार पर प्रत्याशी को टिकिट दिए जाएंगे। पहले तो जिस उम्मीदवार की जीतने की क्षमता ज्यादा होगी, कांग्रेस उसे टिकट देने में प्राथमिकता देगी। दूसरा हाल ही में हुए निकाय चुनाव में जिनका प्रदर्शन अच्छा रहा है, उनका ध्यान रखा जाएगा और तीसरी सबसे अहम बात पार्टी के सर्वे में नाम होना भी ज़रूरी है। गुजरात में खराब प्रदर्शन से सबक लेकर और हिमाचल की जीत से उत्साहित होकर , दोनो तरफ के अनुभव के आधार पर कांग्रेस मध्यप्रदेश में अपनी रणनीति बना रही है।
पार्टी चुनाव से एक साल पहले से ही तैयारियों में जुटी हुई है। सभी विधायकों का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर लिया गया है। वर्तमान में कांग्रेस के 95 विधायक हैं। इनमें से जिन विधायक के जीत का अंतर बहुत कम था उनके टिकिट काटे जा सकते हैं। इसके विपरीत ऐसे हारे हुए विधायक जिनकी हार का अंतर बहुत कम था उनको टिकिट फिर से दिया जा सकता है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में जनादेश था और सरकार भी बन गई थी लेकिन डेढ़ साल में ही सिंधिया के समर्थक विधायकों के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस को सत्ता गवानी पड़ी थी।
सूत्रों की माने तो सही प्रत्याशी को टिकिट देना और अंदरूनी विरोध को काबू करना ही कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। लेकिन यदि कांग्रेस अपने सेट फॉर्मूले पर काम करती है और जिताऊ प्रत्याशी को टिकिट देती है तो 95 से बहुमत के जादुई आंकड़े पर पहुंचना बहुत बड़ी बात नहीं होगी। विधानसभा 2023 की तैयारी में भाजपा भी जबरदस्त सक्रियता दिखा रही है। शिवराज सिंह चौहान लगातार दौरे कार्यक्रम में लगे हैं। कांग्रेस की तैयारी अभी तो भाजपा के मुकाबले फीकी ही नजर आ रही है। अब आनेवाले समय मे कमलनाथ और क्या प्लान बनाकर जनता का समर्थन जुटाते हैं यह देखना दिलचस्प होगा।