उपराष्ट्रपति नायडू अनुशासन, कर्तव्य निर्वहन और पारदर्शिता की अनोखी मिसाल: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने अपने कार्यकाल के एक साल का लेखा- जोखा पुस्तक के माध्यम से प्रस्तुत कर सार्वजनिक जीवन में अनुशासन की अनोखी मिसाल पेश की है;
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने अपने कार्यकाल के एक साल का लेखा- जोखा पुस्तक के माध्यम से प्रस्तुत कर सार्वजनिक जीवन में अनुशासन , जवाबदेही , कर्तव्य निर्वहन और पारदर्शिता की अनोखी मिसाल पेश की है।
It is commendable that @MVenkaiahNaidu Ji has presented a report card of sorts about his first year in office, containing the rich work he has done both inside and outside Parliament: PM @narendramodi
We all know that @MVenkaiahNaidu Ji has a way with words. He is a wonderful speaker, be it in English or Telugu: PM @narendramodi
उपराष्ट्रपति नायडू के उपराष्ट्रपति के रूप में पहले साल के कार्यकाल पर आधारित पुस्तक , “ मूविंग ऑन ... मूविंग फॉरवर्ड, वन ईयर इन ऑफिस” का रविवार को यहां विमोचन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा , “ यह सराहनीय है कि श्री नायडू ने एक तरह से अपने कार्यकाल के एक साल का रिपोर्ट कार्ड दिया है। ” पुस्तक में संसद और उसके बाहर उपराष्ट्रपति नायडू के योगदान का उल्लेख किया गया है।
The Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana came into being due to the efforts of @MVenkaiahNaidu Ji. In a time when political discourse was centred around train stoppages only, he ensured that leaders began to think more about roads and other forms of connectivity: PM @narendramodi
उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा प्रयास है और इससे संसद में जनहित के लिए किये जा रहे कार्यों को लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। उपराष्ट्रपति नायडू का स्वभाव अनुशासन और दायित्व के निर्वहन की भावना से परिपूर्ण है और उन्होंने इसे सार्वजनिक जीवन में पूरी तरह अपनाया है। पिछले एक साल में उन्होंने संसद के उच्च सदन का बडे अच्छे तरीके से संचालन किया है और उनकी हमेशा कोशिश रहती है कि सदन में देशहित के मुद्दों विशेष रूप से गांव और किसान से जुडे मुद्दों पर सार्थक चर्चा हो।
उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति नायडू के कार्यकाल के शुरू में यदि सदन सुचारू ढंग से चलता तो उनकी क्षमताओं को जानने का अवसर नहीं मिलता लेकिन जिस तरह से हंगामे के दौरान उन्होंने सदन को चलाया इससे उनके कार्य अनुभव और कार्य क्षमता का पता चलता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने अपने कार्यकाल के एक साल का लेखा- जोखा पुस्तक के माध्यम से प्रस्तुत कर सार्वजनिक जीवन में अनुशासन , जवाबदेही , कर्तव्य निर्वहन और पारदर्शिता की अनोखी मिसाल पेश की है।
उपराष्ट्रपति नायडू के उपराष्ट्रपति के रूप में पहले साल के कार्यकाल पर आधारित पुस्तक , “ मूविंग ऑन ... मूविंग फॉरवर्ड, वन ईयर इन ऑफिस” का रविवार को यहां विमोचन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा , “ यह सराहनीय है कि श्री नायडू ने एक तरह से अपने कार्यकाल के एक साल का रिपोर्ट कार्ड दिया है। ” पुस्तक में संसद और उसके बाहर उपराष्ट्रपति नायडू के योगदान का उल्लेख किया गया है।
उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा प्रयास है और इससे संसद में जनहित के लिए किये जा रहे कार्यों को लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। उपराष्ट्रपति नायडू का स्वभाव अनुशासन और दायित्व के निर्वहन की भावना से परिपूर्ण है और उन्होंने इसे सार्वजनिक जीवन में पूरी तरह अपनाया है। पिछले एक साल में उन्होंने संसद के उच्च सदन का बडे अच्छे तरीके से संचालन किया है और उनकी हमेशा कोशिश रहती है कि सदन में देशहित के मुद्दों विशेष रूप से गांव और किसान से जुडे मुद्दों पर सार्थक चर्चा हो।
उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति नायडू के कार्यकाल के शुरू में यदि सदन सुचारू ढंग से चलता तो उनकी क्षमताओं को जानने का अवसर नहीं मिलता लेकिन जिस तरह से हंगामे के दौरान उन्होंने सदन को चलाया इससे उनके कार्य अनुभव और कार्य क्षमता का पता चलता है।