मोदी सरकार की वैक्सीनेशन की रणनीति भारी भूलों की एक खतरनाक काकटेल है: टीकाराम जूली
राजस्थान के श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने कहा है कि कोविड-19 ने हर भारतीय परिवार को अप्रत्याशित तबाही एवं असीम पीडा दी है;
बारां। राजस्थान के श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने कहा है कि कोविड-19 ने हर भारतीय परिवार को अप्रत्याशित तबाही एवं असीम पीडा दी है। दुख की बात है कि मोदी सरकार ने कोरोना से लडने की अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड लिया है और लोगों को उनके हाल पर छोड दिया है।
बारां जिला के प्रभारी मंत्री जूली ने आज यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कोविड-19 महामारी के बीच वैक्सीनेशन ही एकमात्र सुरक्षा है। मोदी सरकार की वैक्सीनेशन की रणनीति भारी भूलों की एक खतरनाक काकटेल है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने वैक्सीनेशन की योजना बनाने का अपना कर्तव्य ही भुला दिया। केंद्र सरकार ने जान-बूझकर एक डिजिटल डिवाइड पैदा किया। जिससे वैक्सीनेशन की प्रक्रिया धीमी हो गई।
इस अवसर पर खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि भारत सरकार के अनुसार 31 मई तक केवल 21.31 करोड वैक्सीन ही लगाई गई। वैक्सीन की दोनों खुराकें केवल 4.45 करोड भारतीयों को ही मिली हैं। जो भारत की आबादी का केवल 3.17 प्रतिशत है। पिछले 134 दिनों में वैक्सीनेशन की औसत गति लगभग 16 लाख खुराक प्रतिदिन है। इस गति से देश की पूरी वयस्क जनसंख्या को वैक्सीन लगाने में तीन साल से ज्यादा समय लग जाएगा। यदि ऐसे ही चलता रहा तो हम देश के नागरिकों को कोरोना की तीसरी लहर से कैसे बचा पाएंगे। इस सवाल का जवाब मोदी सरकार को देना होगा।