11वीं बार ट्रंप बोले- मैंने कराया भारत-पाक सीज़फायर! कांग्रेस बोली- प्रधान मंत्री चुप्पी तोड़ो
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि भारत-पाक सीज़फायर उन्हीं की 'मेहनत' का नतीजा है और ये कोई पहली बार नहीं है — ट्रंप ये बात 11वीं बार दोहरा चुके हैं;
वाशिंगटन/ नई दिल्ली। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि भारत-पाक सीज़फायर उन्हीं की 'मेहनत' का नतीजा है और ये कोई पहली बार नहीं है — ट्रंप ये बात 11वीं बार दोहरा चुके हैं। हैरानी की बात ये है कि इस दावे पर भारत सरकार या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। और अब यही चुप्पी विपक्ष को चुभ रही है। कांग्रेस ने सीधा सवाल किया है — अगर भारत की विदेश नीति इतनी मज़बूत है, तो फिर ट्रंप बार-बार कैसे इस तरह का क्रेडिट ले पा रहे हैं? और मोदी जी बार-बार चुप क्यों रहते हैं?
7 मई को भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद भारत और पाकिस्तान युद्ध के कगार पर खड़े हो गए थे। 9-10 मई की रात दोनों तरफ से भारी गोलाबारी की गई...जिसे देख पूरी दुनिया चिंता में आ गई। लेकिन अचानक से 10 मई की ही शाम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट किया और भारत-पाकिस्तान के बीच सीज़फायर की घोषणा कर दी। जिसके थोड़ी ही देर बाद भारत की तरफ से भी सीज़फायर की घोषणा कर दी गई। इसके बाद एक तरफ तो सबने राहत की सांस ली कि दो परमाणु सशक्त देशों के बीच जंग होने से रुक गई। लेकिन दूसरी तरफ भारत की सियासत में तूफ़ान आ गया। मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई और अब एक बार फिर ट्रंप ने इस सीज़फायर का क्रेडिट लिया है,
ट्रंप ने कहा- कि हमने भारत और पाकिस्तान को लड़ने से रोका। मेरा मानना है कि यह परमाणु आपदा में बदल सकता था और इस सीज़फायर के लिए मैं भारत और पाकिस्तान के नेताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं अपने लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। हमने व्यापार की बात की, मैंने कहा कि हम उन लोगों के साथ व्यापार नहीं कर सकते जो एक-दूसरे पर गोली चला रहे हैं और संभावित रूप से परमाणु हथियारों का उपयोग कर रहे हैं। वे उन देशों के महान नेता हैं, जिन्होंने ये समझा और सहमत हुए जिसके बाद यह सब बंद हो गया। हम दूसरों को लड़ने से रोक रहे हैं। हमारे पास दुनिया की सबसे महान सेना है। हमारे पास दुनिया के सबसे महान नेता हैं। ट्रंप के इस बयान ने विपक्ष को एक और मौका दे दिया मोदी सरकार को घेरने का। ट्रंप के बार-बार श्रेय लेने को लेकर कांग्रेस पहले से ही हमलावर है। लेकिन पीएम मोदी कोई जवाब नहीं दे रहे। उन्होंने अबतक ट्रंप के बयानों को ख़ारिज नहीं किया है।
#WATCH अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "हमने भारत और पाकिस्तान को लड़ने से रोका। मेरा मानना है कि यह परमाणु आपदा में बदल सकता था और मैं भारत और पाकिस्तान के नेताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं अपने लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। हम व्यापार की बात करते हैं और हम… pic.twitter.com/RYRwQZcTrI
ऐसे में ट्रंप के ग्यारहवीं बार सीज़फायर का क्रेडिट लेने पर अब कांग्रेस ने पीएम मोदी पर तंज़ कसते हुए कहा कि-साहेब की रगों में गर्म सिंदूर बह रहा है, क्योंकि अगर रगों में गर्म खून बह रहा होता तो अब तक भारत की बेज्जती कराने की जगह करारा जवाब दे दिए होते।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सीधे पीएम मोदी को ललकार दिया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि- प्रधान मंत्री चुप्पी तोड़ो।
पिछले 20 दिनों में 11 बार और पिछले 10 घंटों में 2 बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प कह चुके हैं कि उन्होंने व्यापार के माध्यम से ऑपरेशन सिंदूर रुकवाया।
▪️क्या आप अमेरिका के दबाव में आ कर पहलगाम की विधवाओं को न्याय नहीं दिला पाए?
▪️क्या व्यापार के डर से आपने घुटने टेके और सिंदूर का सौदा कर बैठे?
▪️क्या आप अमेरिका के दबाव और डर की वजह से राष्ट्रपति ट्रम्प को जवाब नहीं दे पा रहे?
▪️सीज़फायर के लिए हमने क्या शर्तें रखीं?
प्रधान मंत्री चुप्पी तोड़ो।
पिछले 20 दिनों में 11 बार और पिछले 10 घंटों में 2 बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प कह चुके हैं कि उन्होंने व्यापार के माध्यम से ऑपरेशन सिंदूर रुकवाया।
▪️क्या आप अमेरिका के दबाव में आ कर पहलगाम की विधवाओं को न्याय नहीं दिला पाए?
▪️क्या व्यापार के… https://t.co/yQUdIupdT0
दरअसल, भारत की हमेशा से नीति रही है कि उसके आतंरिक मामलों में किसी भी तीसरे देश की दखलंदाज़ी नहीं होगी। भारत-पाकिस्तान के बीच का तनाव हमेशा से ऐसे ही सुलझाया गया है, लेकिन इस बार इसमें ट्रंप की एंट्री से बवाल मच गया है। ट्रंप के बयान लगातार मोदी सरकार के लिए मुश्किलें कड़ी कर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति के इन दावों पर विपक्ष लगातार सरकार से जवाब मांग रहा है लेकिन सरकार अब तक मौन है। विपक्ष ने ऑपरेशन सिन्दूर और सीज़फायर पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की, संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की, लेकिन सरकार ने बैठक बुलाई भी तो केवल एनडीए के नेताओं सांसदों की और संसद का विशेष सत्र भी बुलाया जा रहा है तो इमरजेंसी के 50 साल पूरे होने के मौके पर।
इसपर कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार सियासी मकसद से 25-26 जून को संसद का विशेष सत्र बुलाने की तैयारी में है। पार्टी लगातार सवाल कर रही है कि आखिर पीएम मोदी डर क्यों रहे हैं। क्या उनके पास विपक्ष के सवालों के जवाब नहीं है।