टीएमसी ने चुनावों को लेकर 12 सदस्यीय समिति की गठित
सत्तारूढ़ टीएमसी ने आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भावी उम्मीदवारों के आवेदनों पर विचार करने और उनके नामों को पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी को सौंपने के लिए 12 सदस्यीय समिति का गठन किया है;
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भावी उम्मीदवारों के आवेदनों पर विचार करने और उनके नामों को पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी को सौंपने के लिए 12 सदस्यीय समिति का गठन किया है।
टीएमसी के प्रधान महासचिव और राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने रविवार को यहां पत्रकारों को कहा, “सुश्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में आज टीएमसी ने लोकसभा चुनावों के लिए 12 सदस्यीय समिति को मंजूरी दे दी है।” उन्होंने कहा कि यह समिति चुनाव के तौर-तरीकों पर चर्चा करेगी और सुश्री बनर्जी के साथ नियमित परामर्श करेगी।
समिति के सदस्यों में सुब्रत बख्शी, पार्थ चटर्जी, फिरहाद हकीम, अरूप बिस्वास, सुभेंदु अधिकारी, अभिषेक बनर्जी, चंद्रिमा भट्टाचार्य, डॉ शशि पांजा, मलय घटक, ज्योतिप्रिया मुलिक, सुब्रत मुखर्जी और डेरेक ओ ब्रायन शामिल हैं। इनमें सर्वश्री बनर्जी और डेरेक ओ ब्रायन सांसद हैं जबकि 10 अन्य राज्य मंत्रिमंडल में मंत्री हैं।
श्री चटर्जी ने आरोप लगाया कि भगवा पार्टी (भारतीय जनता पार्टी) लोगों में विभाजन कराने में लिप्त है। रविवार को विभिन्न स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़पों का जिक्र करते हुए श्री चटर्जी ने कहा कि ‘विजय संकल्प रैली’ के नाम पर राज्य के विभिन्न हिस्सों में हंगामा मचाने की कोशिश की गयी।
इससे पहले, पूरे राज्य में रैली पर पाबंदी के आदेश को धता बताते हुए भाजपा के बड़ी संख्या मेें कार्यकर्ताओं को पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई के आरोपों में हिरासत में लिया गया है। पुलिसकर्मियों के साथ झड़प के दौरान कई भाजपा कार्यकर्ता घायल भी हो गये। विभिन्न जिलों से प्राप्त आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा कार्यकर्ताओं ने बाइक पर विजय संकल्प दिवस जुलूस निकाले।
कई स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से हमला किए जाने के बाद पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। जबकि भाजपा ने आरोप लगाया कि इसके सभी 294 विधान सभा क्षेत्र में आयोजित दोपहिया वाहनों पर विजय संकल्प दिवस रैली पर पुलिस ने अकारण लाठियों का इस्तेमाल किया जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं।
सरकार ने बारहवीं कक्षा की अंतिम परीक्षाओं के मद्देनजर राज्य में फिलहाल किसी भी रैली को अनुमति देने से इनकार कर दिया है।