यह चुनावी अभियान है, चुनाव आयोग कर क्या रहा है: पी. चिदंबरम
कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने चुनाव आयोग पर गुरुवार को अहमदाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोड शो करने की इजाजत देने का आरोप लगाया;
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने चुनाव आयोग पर गुरुवार को अहमदाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोड शो करने की इजाजत देने का आरोप लगाया और कहा कि यह नियमों का घोर उल्लंघन है तथा आयोग 'अपने काम पर सो रहा' है। उन्होंने मोदी द्वारा वोट देने के बाद अहमदाबाद जाने के क्रम में अपने वोट अंगुली (वोट फिंगर) दिखाने पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, "यह चुनावी अभियान है। चुनाव आयोग क्या कर रहा है?"
Allowing a roadshow of PM on voting day is a gross violation of code of conduct. It is an election campaign. What is the EC doing?
एक अन्य ट्वीट में, चिदंबरम ने कहा कि टीवी पर दिखाई गई तस्वीरों से किसी को भी यह संदेह नहीं होना चाहिए कि मतदान दिवस पर भारतीय जनता पार्टी और मोदी एक पूर्ण चुनावी अभियान चला रहे हैं।
उन्होंने कहा, "आश्चर्यजनक ढंग से नियमों की अनदेखी की गई। चुनाव आयोग काम पर सो रहा है।"
The images on TV will leave no one in doubt that the BJP and PM have conducted a full fledged campaign on polling day. Shocking violation of Rules. EC is sleeping on the job.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से टीवी स्क्रीन पर तस्वीरों को देखने और इसके प्रभाव का पता लगाने का आग्रह किया। 'मतदान दिवस पर आचार संहिता का इससे ज्यादा उल्लंघन नहीं हो सकता।'
उन्होंने कहा, "आचार संहिता का घोर उल्लंघन करने पर मीडिया आवाज उठाए। इसकी अनुमति देने के लिए चुनाव आयोग की आलोचना करे।
Stand up Media to this unprecedented violation of the code of conduct. Condemn the EC for allowing this gross abuse.
इससे पहले चिदंबरम ने गुजरात के मतदाताओं से भाजपा के ध्यान भटकाने वाली रणनीति को नजरअंदाज करने और 22 वर्षो तक राज्य में राज करने वाली सरकार को बदलने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा।
The images on TV will leave no one in doubt that the BJP and PM have conducted a full fledged campaign on polling day. Shocking violation of Rules. EC is sleeping on the job.
उन्होंने कहा, "अभियान समाप्ति के बाद सभी चुनावों में सभी अभियानकर्ताओं और सभी उम्मीदवारों की ओर से साक्षात्कार एक 'सामान्य बात (नॉर्म)' है।"
चिदंबरम ने कहा, "कल, प्रधानमंत्री ने भाषण दिया था। भाजपा अध्यक्ष ने साक्षात्कार दिया था। रेलवे मंत्री ने साक्षात्कार दिया था। ये सभी चुनाव आयोग के ध्यान से कैसे उतर गया? क्यों केवल राहुल गांधी के साक्षात्कार को चुना गया।"
Yesterday, PM made a speech. BJP's President gave an interview. Railway Minister gave an interview. Why have all these escaped the EC's attention? Why pick on only Mr Rahul Gandhi's interview?