तीसरी नजर से जिले को दी जाएगी अभेद सुरक्षा, होगा बेहतर ट्रैफिक

जिले में सुरक्षा व बेहतर यातायात व्यवस्था को धरातल पर मूर्तरुप देने के उद्देश्य से कलेक्टर व एसपी का मार्गदर्शन में कार्यशाला का आयोजन किया गया;

Update: 2017-10-09 16:01 GMT

दुर्ग। जिले में सुरक्षा व बेहतर यातायात व्यवस्था को धरातल पर मूर्तरुप देने के उद्देश्य से कलेक्टर व एसपी का मार्गदर्शन में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिले के विभिन्न नगरीय निकायों को पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। सिटी सर्विसलेंस और इंटेलिजेंस टे्रफिक मानिटिरिंग पर आयोजित इस कार्यशाला में बताया की शहरों व मार्गो के सभी प्रमुख और संवेदनशील क्षेत्रों पर तीसरी नजर से निगाह रखी जाएगी। इसके लिए 59  स्थानों को चिंहित किया गया है। जहां सीसी टीवी कैमरों को लगाने का कार्य किया जाना प्रस्तावित है। इस योजना को अप्रैल माह तक धरातल पर साकार करने का निर्णय कार्यशाला में लिया गया है। 

कलेक्टर उमेश कुमार अग्रवाल एवं एसपी अमरेश मिश्र ने शनिवार को जुनवानी में कार्ययोजना को मूर्तरूप देने और अप्रैल तक प्रयोजन को धरातल पर लाने की दिशा में सार्थक पहल की शुरूआत की है। सिटी सर्विलेंस एवं इन्टेलीजेंस ट्रैफिक मॉनिटरिंग कार्यशाला के माध्यम से प्रयोजना के उद्देश्य और इससे नागरिकों को मिलने वाली सुविधाओं के साथ-साथ जिला व पुलिस प्रशासन को मिलने वाली लाभ की जानकारी से उपस्थित जनप्रतिनिधियों, प्रबुद्ध नागरिकगणों को अवगत कराया गया।

कार्यशाला के माध्यम से बताया गया कि जिले में नगरीय निकाय के विभिन्न 59 चौक-चैराहों में सीसीटीव्ही कैमरा लगाने के लिए चिन्हांकित किया गया है। साथ ही कुम्हारी से पुलगांव चौक तक 78 किलोमीटर की परिधी में आने वाले सार्वजनिक क्षेत्र, संवेदनशील क्षेत्र में सीसीटीव्ही कैमरा लगाए जाएगें। सीसीटीव्ही कैमरा से लेस हो जाने से शहरों में होने वाली घटना-दुर्घटना, यातायात दबाव, अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगने के साथ ही अपराधियों तक सीमित समय में पहुंचने में भी मदद मिलेगी। 

कार्यशाला में सम्बोधित करते हुए कलेक्टर उमेश कुमार अग्रवाल तथा एसपी अमरेश मिश्र ने नगरीय निकाय के जनप्रतिनिधियों से इस दिशा में आवश्यक पहल व सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि योजना को मूर्तरूप देने से दुर्ग-भिलाई शहर देश के प्रथम दस सीसीटीव्ही कैमरों से लैस शहर की श्रेणी में शामिल हो जाएगा। योजना का लागू होने से प्रशासन के साथ ही आम लोगों को काफी फायदे मिलेंगे। उन्होंने बताया कि समस्त सीसीटीव्ही कैमरों की निगरानी एक निश्चित स्थान पर स्थापित कंट्रोल रूम से की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित कार्ययोजना के अनुसार 1 अप्रैल 2018 तक इसे मूर्तरूप देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 

जनप्रतिनिधि देंगे आर्थिक सहयोग

कार्यशाला में दुर्ग महापौर चंद्रिका चन्द्राकर, भिलाई चरोदा महापौर चंद्रकांता माण्डले सहित अन्य नगरीय निकाय के अध्यक्षों ने भी ्फने विचार व्यक्त किए। महापौर चंद्रिका चन्द्राकर ने इस कार्ययोजना के लिए 25 लाख, चंद्रकांता माण्डले ने 10 लाख एवं कुम्हारी नगर पालिका के अध्यक्ष ने 5 लाख रु. दिए जाने की सहमति दी है। साथ ही विभिन्न नगरीय निकायों से आए पार्षदों ने अपने एक साल की पार्षदनिधि से 1 से 4 लाख रूपए तक प्रयोजना के लिए दिए जाने की सहमति दी।

Tags:    

Similar News