चांदनी चौक स्थित ऐतिहासिक 'कटरा नील' गेटवे का ऊपरी हिस्सा टूटा
दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित ऐतिहासिक 'कटरा नील' नामक जगह के मुख्य द्वार के ऊपर का एक हिस्सा शुक्रवार को टूट कर गिर गया;
नई दिल्ली। दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित ऐतिहासिक 'कटरा नील' नामक जगह के मुख्य द्वार के ऊपर का एक हिस्सा शुक्रवार को टूट कर गिर गया। कटरा नील का यह दरवाजा और उसके ऊपर बने गेटवे यह हिस्सा करीब 165 साल पुराना है।
पुरानी दिल्ली में स्थित कटरा नील भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण अंग है। यह दिल्ली का एक ऐसा महत्वपूर्ण स्थान है जहां अंग्रेजो के खिलाफ आजादी की शुरूआती लड़ाई लड़ी गई थी। आजादी की इस लड़ाई में कटरा नील में कई लोगों की शहादत भी हुई थी। फिलहाल चांदनी चौक में स्थित यह 'कटरा नील' साड़ियों एवं लेडीस सूट के होलसेल बाजार के रूप में जाना जाता है।
कटरा नील रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के मुताबिक गेटवे का यह ऊपरी हिस्सा शुक्रवार सुबह अपने आप टूट कर गिर गया। इस हादसे में किसी को चोट नहीं आई है। फिलहाल यहां आए ऐतिहातन पुलिस ने बैरिकेड लगा दिए हैं। इसके साथ ही संबंधित विभाग को इसकी मरम्मत की सूचना भी दे दी गई है।
कटरा नील के स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि जिस समय गेटवे के ऊपरी हिस्से को क्षति पहुंची उस समय इलाके की सभी दुकानें बंद थी और लोगों की आवाजाही न के बराबर होने के कारण किसी को चोट नहीं आई। वर्ष 1857 में निर्मित यह एक असंरक्षित धरोहर है।
कटरा नील में दुकान चलाने वाले व्यवसाई श्रीप्रसाद यादव ने बताया कि हादसे को लेकर पुलिस के साथ-साथ दिल्ली दमकल विभाग को भी सूचित किया गया है। पुलिस और दमकल विभाग ने फिलहाल इस गेटवे से कटरा नील में जाने की एंट्री पर बेरिकेट लगा दिए हैं।