कचरा बना राजनीतिक दलों के लिए अखाड़ा
शहर के कचरे ने जहा प्राधिकरण व जिला प्रशासन की गले की फांस बन गया है;
नोएडा। शहर के कचरे ने जहा प्राधिकरण व जिला प्रशासन की गले की फांस बन गया है। वहीं, राजनीतिक दलो, सामाजिक संगठनो व इससे जुड़े लोगों के लिए यह राजनीति अखाड़ा बन चुका है। राजनीति चमकाने व लाइम लाइट में आने के लिए कचरे पर कोहराम मचा हुआ है। इसमे कोई भी राजनीति दल अछूता नहीं है।
जो कचरे पर बोलने से चूक रहा हो। यही वजह है कि जहा भी कचरा डाला जा रहा है पता चलते ही प्रतिनिधियों के कई दलों के साथ सैकड़ों ग्रामीण वहा धरना देने पहुंच रहे है।
इसका नजारा गुरुवार को नलगढ़ा मुबारकपुर सेक्टर-145 में देखने को मिला। यह सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने विरोध किया इसके बाद गिरफ्तारी दी गई। एक के बाद एक स्थान बदलता जा रहा है। अंत में फैसला लिया गया कि कचरा नलगढ़ा व मुबारकपुर में डाला जाएगा। दो दिनों तक शहर का कचरा वहां फेंका गया।
यह साइट आबादी से दूर है। यहा रहने वाले भी कम है। लेकिन यह क्षेत्र क्रांतिकारियों का गढ़ माना जाता रहा है। लिहाजा गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने प्राधिकरण का विरोध किया। चेतावनी दी यहा कचरा किसी कीमत पर डालने नहीं दिया जाएगा। ऐसे में प्राधिकरण असमंजस में है शहर का कचरा डाला जाए तो कहा।
प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि यदि अब किसी प्रकार का आंदोलन या सरकारी कार्य में बाधा डालने की कोशिश की गई तो सख्त कार्यवाही की जाएगी। प्राथमिकी दर्ज करवाई जाएगी। ताकि आंदोलन की राह में ग्रामीणों को भड़काने वाले लोगों पर शिकंजा कसा जा सके। प्राधिकरण अधिकारियों ने कहा कि अब तो हद हो चुकी है।
एनजीटी के निर्देश के तहत सेक्टर-54 में कचरा डालना बंद किया गया। इसके बाद सेक्टर-123 फिर खोदना खुर्द अब मुबारक पुर में कचरा डालने पर विरोध किया जा रहा है। जबकि यह साइट आबादी से कई किलोमीटर दूर है। कचरे को लेकर ऐसी राजनिति बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यही नहीं इसकी एक रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।
दरसअल, कचरा डालने से शहर की सड़कों के अलाया प्राथमिक कचरा घरों में कचरे का ढेर लग गया है। बारिश के चलते यहा संक्रमण का खतरा बन सकता है। ऐसे में कचरा डालना जरूरी है। मुबारकपुर में ग्रेनो प्राधिकरण द्वारा पहले भी कचरा फेंका जाता था।
इसमे कोई नई बात नहीं है।