निकाय के शिक्षकों को नहीं मिला वेतन, मुख्य नगरपालिका अधिकारी से मिलने का फैसला किया
चौथा महीना चालू हो गया लेकिन निकाय के टीचरों को वेतन नहीं मिला;
भाटापारा। चौथा महीना चालू हो गया लेकिन निकाय के टीचरों को वेतन नहीं मिला। इस बीच जनपद क्षेत्र की स्कूलों के टीचरों को मार्च माह का वेतन जारी हो गया। इधर नगर पालिका अब भी यही रट लगाए हुए है कि आबंटन नहीं मिला है तो वेतन का भुगतान कैसे किया जाए।
जनवरी माह की सेलरी का इंतज़ार करते.करते तीन माह बीत गया। हर वह कोशिश की गई जो उनसे संभव था। मिशन संचालक से लेकर खंड शिक्षा अधिकारी तक समस्या पहुँचाई गई लेकिन कोशिश सफल नहीं हुई।
आखिरकार निकाय के टीचरों ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी से मिलने का फ़ैसला किया। 3 अप्रैल की दोपहर सभी टीचर सीएमओ से मिलने पहुँचे। उनके कक्ष में पहुँचने के बाद वेतन नहीं मिलने से हो रही परेशानियाँ बताई लेकिन मुद्रा नहीं बदली। सारी बातें सुनने के बाद सीएमओ ज़फ़र ख़ान ने एक बार में यह कहकर बातचीत ख़त्म कर दी कि आबंटन ही जारी नहीं हुआ है तो कहा से वेतन देंगे।
बलौदाबाज़ार के टीचरों से हुई बात
सीएमओ से मिलने गए टीचरों ने आबंटन जारी नहीं होने की बात पर पूछा कि जब बलौदाबाज़ार नगर पालिका के टीचरों को जनवरी का वेतन मिल चुका है तो भाटापारा को क्यों नहीं मिला।
टीचरों ने अपने मोबाईल पर बलौदाबाजार नगर पालिका के टीचरों से बात करवाई जहाँ से उन्हें बताया गया कि जनवरी का वेतन दिया जा चुका है अब फ़रवरी माह की तैयारी की जा रही है। इसके बावजूद सीएमओ ने बात नहीं मानी और आबंटन जारी होने पर ही वेतन देने की बात कहते हुए चेंबर से उठकर बाहर निकल गए।
सभी 168 निकायों का आबंटन
निकाय के टीचरों का मार्च माह का वेतन देयक भेजा जा चुका है नगरीय प्रशासन मुख्यालय का कहना है कि जनवरी माह की सेलेरी प्रदेश के सभी 168 निकायों को एक साथ जारी की जा चुकी है। मुख्यालय ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि किसी एक निकाय को वेतन आबंटन जारी नहीं करने का कोई कारण ही नहीं है यदि आबंटन जारी नहीं होने की बात कही जा रही हैं तो वह पूरी तरह ग़लत है।
हताश टीचरों में विचार
सीएमओ के व्यवहार से टूटते नज़र आ रहे टीचरों में से कई की मानसिकता मूल्यांकन कार्य नहीं करने की बन रही है। तो कुछ टीचर और इंतज़ार करने के मूड में नजर आ रहे हैं। अब अंतिम फ़ैसला किसी भी रूप में सामने आ सकता है।