सिपाही ने पेश की ईमानदारी की मिशाल
अक्सर खाकी पर लोग सवाल उठाते आए हैं क्योंकि कुछ पुलिसकर्मी ऐसे भी होते हैं;
गाजियाबाद। अक्सर खाकी पर लोग सवाल उठाते आए हैं क्योंकि कुछ पुलिसकर्मी ऐसे भी होते हैं। जो कि खाकी को दागदार कर देते हैं, जिनके कारण पूरे पुलिस विभाग पर लोग तमाम तरह के सवाल खड़े कर देते हैं।
लेकिन दिल्ली से सटे गाजियाबाद के मोदीनगर इलाके में एक पुलिसकर्मी ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। आपको बता दे कि मोदीनगर इलाके में एक पुलिसकर्मी को सड़क पर एक पर्स पड़ा हुआ मिला। जिसके अंदर 2600 रुपए कैश के अलावा जरूरी कागजात, एटीएम एवं क्रेडिट कार्ड आदि मौजूद थे। पुलिसकर्मी ने कार्ड पर लिखे नंबर के आधार पर उस व्यक्ति को सूचित किया। जिसका वह पर्स था। साथ ही उसे बुलाकर उसका पर्स उसी हालत में वापस किया जिस हालत में उसे पर्स मिला था।
आपको बताते चलें कि गाज़ियाबाद निवासी सोनू मलिक का पर्स मोदीनगर में सड़क पर गिर गया था, जिसके बाद से सोनू मलिक काफी चिंतित था। क्योंकि सोनू के पर्स में एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड एवं आधार कार्ड के अलावा 2600 रुपए कैश भी मौजूद था। सोनू 3 दिन तक काफी परेशान था। लेकिन अचानक ही उसके चेहरे पर उस वक्त खुशी झलक गई। जब एक पुलिसकर्मी ने सोनू मलिक को फोन कर बताया कि उसका पर्स मिल गया है और वह मेरे यानि प्रदीप बालियान के पास है। जो कि मोदी नगर थाने की पुसिस चौकी पर सिपाही के पद पर तैनात है।
प्रदीप बालियान ने बताया कि आप थाने आकर उससे मिल ले और अपना पर्स वापस ले लो। फोन पर मिली सूचना के आधार पर सोनू मलिक थाना मोदीनगर पहुंचा जहां वह प्रदीप बालियान सिपाही से मिला तो प्रदीप बालियान ने एक ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए उसे उसका पर्स वापस लौटा दिया। पर्स वापस मिलने के बाद से सोनू मलिक ने कहा कि आज भी दुनिया में इंसानियत एवं ईमानदारी जिंदा है।
जो कि आज एक पुलिसकर्मी ने उसके लिए वाकई मिसाल पेश की है। सोनू मलिक ने सिपाही प्रदीप बालियान का बहुत आभार जताया और उसने कहा कि इस सिपाही की ईमानदारी की मिसाल को वह खुद पुलिस के आला अधिकारियों तक पहुंचाने का कार्य करेगा।