आरडब्ल्यूए से निराश प्राधिकरण को अब एनजीओ से आस
प्राधिकरण की कंपोस्टिंग मशीन योजना में आरडब्ल्यूए ने रूचि नहीं दिखाई;
नोएडा। प्राधिकरण की कंपोस्टिंग मशीन योजना में आरडब्ल्यूए ने रूचि नहीं दिखाई। लिहाजा प्राधिकरण ने एनजीओ व सामाजिक संस्थानों को ऑफर दिया है कि वह सेक्टरों में कंपोस्टिंग मशीन लगाए। इसके लिए उन्हें 75 प्रतिशत तक सब्सीडी भी दी जाएगी। उन्हें सिर्फ 25 प्रतिशत पैसा खर्च होना होगा।
साथ ही संचालन की जिम्मेदारी लेनी होगी। प्राधिकरण ने कंपोस्ट मशीन से बनने वाली खाद भी खुद खरीदने का वायदा किया है।
शहर से प्रतिदिन करीब 650 मेट्रिक टन कूड़ा निकलता है। इसमे अधिकांश कूड़ा सेक्टरों से निकलता है। इस कूड़े के निस्तारण के लिए प्राधिकरण ने योजना बनाई कि आरडब्ल्यूए उनसे कंपोस्टिंग मशीन खरीदे।
मशीन लगाने के लिए प्राधिकरण उनको स्थान भी देगा। साथ ही 75 प्रतिशत की सब्सीडी दी जाएगी। योजना लांच हुए करीब छह माह से ज्यादा बीत गए। लेकिन आरडब्ल्यूए की तरफ से योजना में कोई रूचि नहीं दिखाई गई। लिहाजा प्राधिकरण ने योजना में बदलाव करने हुए शहर की एनजीओ व सामाजिक संस्थानों को ऑफर दिया है।
उनसे कहा गया है कि वह सेक्टरों से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए कंपोस्टिंग मशीन लगाए। प्राधिकरण प्रत्येक सेक्टर की ग्रीन बेल्ट में इसके लिए स्थान देगी। मशीन खरीदने के लिए उन्हें महज 25 प्रतिशत पैसा खर्च होना गया। 75 प्रतिशत पैसा प्राधिकरण देगा। बर्शेते संस्थान को मशीन का संचालन खुद करना होगा। प्राधिकरण ने यह भी आश्वस्त किया कंपोस्ट के बाद बनी खाद की खरीदारी भी प्राधिकरण करेगा। ऐसे में एनजीओ को संचालन में दिक्कत नहीं आएगी।