जम्मू-कश्मीर में सेना के खिलाफ बच्चों को ढाल बना रहे हैं आतंकवादी:  संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में सामने आया कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन ने पिछले साल जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान बच्चों की भर्ती की;

Update: 2018-06-28 17:48 GMT

संयुक्त राष्ट्र।  संयुक्त राष्ट्र (संरा) की एक रिपोर्ट में सामने आया कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन ने पिछले साल जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान बच्चों की भर्ती की और उनका इस्तेमाल किया।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस की बच्चाें पर रिपोर्ट बुधवार को जारी की गयी। इस रिपोर्ट में जनवरी 2017 से दिसंबर 2017 की अवधि शामिल की गयी है। इस दौरान तीन घटनाओं के हवाले से कहा गया है कि आतंकवादी संगठनों ने मुठभेड़ के दौरान ढाल बनाने के लिए बच्चों की भर्ती की है। रिपोर्ट में बताया गया कि इनमें से एक मामला जैश-ए-मोहम्मद और दो मामले हिजबुल मुजाहिदीन के हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि छत्तीसगढ़, झारखंड में भी नक्सलियों के द्वारा बच्चों के इस्तेमाल की खबरें आती रहती हैं।
वैश्विक स्तर पर संघर्ष में पिछले साल दस हजार बच्चों की मौत हो गयी अथवा घायल हुए है तथा आठ हजार से अधिक बच्चों का लड़ाई में इस्तेमाल किया गया है।

Full View

Tags:    

Similar News