चिली में प्रदर्शनकारियों पर दागे गये आंसू गैस के गोले
चिली में सबवे और सार्वजनिक यातायात किराया बढ़ाये जाने के विरोध में जारी हिंसक विरोध-प्रदर्शन और प्रशासन की ओर से राजधानी सैंटियागो सहित कई;
सैंटियागो । चिली में सबवे और सार्वजनिक यातायात किराया बढ़ाये जाने के विरोध में जारी हिंसक विरोध-प्रदर्शन और प्रशासन की ओर से राजधानी सैंटियागो सहित कई शहरों में कर्फ्यू लगाये जाने के बीच आज पुलिस ने यहां प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारें की।
स्थानीय मीडिया ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने कर्फ्यू के दौरान शहर के मध्य में रैली निकालने का प्रयास किया। उन्हें तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर बुधवार को भी आंसू गैस के गोले दागे थे और पानी की बौछारें की थी।
प्रशासन ने बुधवार रात 10 बजे से गुरुवार सुबह चार बजे तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया। इससे पहले कर्फ्यू की अवधि आम तौर पर चार घंटे अधिक होती थी।
राष्ट्रपति सेबस्टियन पिनेरा ने विरोध-प्रदर्शनों के हिंसक रूप अख्तियार करने के बाद 18 अक्टूबर को देश में आपातकाल की घोषणा कर दी। इन हिंसक प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो चुकी है। श्री पिनेरा ने सप्ताहांत में कहा था कि उन्होंने सबवे किराये में वृद्धि को वापस ले लिया है लेकिन राजधानी सैंटियागो, कंसेप्शन और वालप्रैसो में सरकार के विरोध में हिंसक प्रदर्शन जारी है।
गौरतलब है कि चिली में गत छह अक्टूबर से विरोध-प्रदर्शन का दौर जारी है। पहले ये प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हुआ लेकिन देखते ही देखते ये हिंसक रैलियों और जन आंदोलन में तब्दील हो गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई सबवे स्टेशनों, बसों और सरकारी कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया।