पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित होगा सूर सरोवर पक्षी विहार
योगी आदित्यनाथ की सरकार सूर सरोवर पक्षी विहार को ईको-टूरिज्म स्थल के तौर पर विकसित करने की योजना बना रही है।;
आगरा | योगी आदित्यनाथ की सरकार सूर सरोवर पक्षी विहार को ईको-टूरिज्म स्थल के तौर पर विकसित करने की योजना बना रही है। वर्ल्ड वेटलैंड डे के अवसर पर आगरा में रविवार को बर्ड फेस्टिवल का उद्धाटन करते हुए उप्र वन एवं पर्यावरण मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य सरकार के शीर्ष प्राथमिकताओं में पर्यावरण संरक्षण शामिल है।
भारत का वन सर्वेक्षण द्वारा हाल में जारी रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में वन आवरण 6.7 प्रतिशत से बढ़कर 9.12 प्रतिशत हो गया है।
हालांकि मंत्री ने भूमिगत जलस्तर के नीचे जाने के कारण वनस्पति और जीवों के प्रभावित होने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल और झीलों के संरक्षण की योजना पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा, "अधिकारियों को तलाबों और झीलों का ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है। लोगों को भी जल संरक्षण के क्षेत्र में उनकी जिम्मेदारियों का अहसास करना चाहिए। दुनियाभर में आगरा पर्यटन स्थल के लिए जाना जाता है। सरकार ईको-टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में प्रयासरत है।"
मंत्री ने आगे कहा कि सूर सरोवर बर्ड सैंक्चुअरी को विकसित करने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा।
बर्ड फेस्टिवल का आयोजन कर राज्य सरकार पक्षी, जानवरों और उनके आवास को सुरक्षित रखने का संदेश देने के लिए किया है। उन्होंने आगे कहा कि कीथम झील को भी स्वच्छ किया जाएगा।
देश के 10 में से छह रामसर स्थल उत्तर प्रदेश में है। रामसर स्थल, वेटलैंड स्थल है, जिसे रामसर कॉन्वेंशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय महत्व दिया गया है।
कीथम झील और सूर सरोवर आगरा-दिल्ली राजमार्ग (एनएच-2) पर 100 एकड़ में फैला है।