राज्यसभा में शून्यकाल बाधित
राज्यसभा में बुधवार को विपक्षी सदस्यों ने दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति, मणिपुर और उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा तथा अदाणी समूह की कथित अनियमिताओं की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित करने की मांग को लेकर शोरशराबा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही 11 बजकर 30 मिनट तक स्थगित करनी पड़ी;
नई दिल्ली। राज्यसभा में बुधवार को विपक्षी सदस्यों ने दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति, मणिपुर और उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा तथा अदाणी समूह की कथित अनियमिताओं की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित करने की मांग को लेकर शोरशराबा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही 11 बजकर 30 मिनट तक स्थगित करनी पड़ी।
सभापति जगदीप धनखड़ ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए तीन सदस्यों को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी और आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाएं।
इसके बाद सभापति ने कहा कि उन्हें नियम 267 के अंतर्गत 18 नोटिस मिले हैं। ये नोटिस दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति, उत्तर प्रदेश के संभल और मणिपुर में हिंसा तथा अदाणी समूह में कथित अनियमिताओं की जांच करने के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित करने पर चर्चा कराने की मांग की गई है।
उन्होंने कहा कि यह नोटिस प्रावधानों के अनुरूप नहीं होने के कारण ऐसी अस्वीकार किए जाते हैं। इसके बाद विपक्ष के सदस्य अपने आसन से आगे आ गये और जोर-जोर से बोलने लगे। सभापति ने कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं लेने के निर्देश दिए तथा सदस्यों से शांत होने की अपील की। उनकी इस अपील का कोई असर नहीं हुआ तो उन्होंने 11:10 बजे सदन की कार्यवाही 11:30 के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी। इसके कारण शीतकालीन सत्र में आज सदन में दूसरी बार शून्यकाल बाधित हुआ।