क्या राजेंद्र नगर में होगी दुर्गेश पाठक की फिर वापसी, जानें उनका राजनीतिक सफर
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और मौजूदा विधायक दुर्गेश पाठक दिल्ली विधानसभा चुनाव में राजेंद्र नगर से एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं;
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और मौजूदा विधायक दुर्गेश पाठक दिल्ली विधानसभा चुनाव में राजेंद्र नगर से एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं। वह आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के काफी करीबी माने जाते हैं। पार्टी की स्थापना के वक्त से ही वह आम आदमी पार्टी के साथ हैं।
दुर्गेश पाठक का जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के सिकोहरा गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई वहीं से की और बाद में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। 2010 में वह दिल्ली आए और यहीं से उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत हुई। साल 2022 में राजेंद्र नगर विधानसभा सीट पर हुए उप-चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की थी। राघव चड्ढा के राज्यसभा जाने के बाद राजेंद्र नगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए थे, जिसमें उन्होंने जीत दर्ज की थी।
दुर्गेश पाठक ने 2011 में जनलोकपाल आंदोलन में भाग लिया, जब अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में यह आंदोलन जन जागरण के रूप में उभरा था। इसके बाद जब यह आंदोलन राजनीतिक पार्टी में तब्दील हुआ, तो पाठक ने आम आदमी पार्टी में शामिल होकर संगठन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने 2013 में दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अरविंद केजरीवाल का चुनावी अभियान चलाया और शीला दीक्षित को हराने में मदद की। इसके बाद, 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में दुर्गेश पाठक पार्टी के चुनाव अभियान में संगठन और प्रचार के प्रभारी बने। उनके नेतृत्व में, पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर विजय प्राप्त की, जिसमें 34 सीटें पार्टी ने पाठक की जिम्मेदारी वाले क्षेत्रों से जीती।
2022 में दिल्ली नगर निगम चुनाव के बाद दुर्गेश पाठक को दिल्ली के सरकारी उपक्रमों और नगर निगम की समितियों का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। इसके अलावा, उन्होंने पार्टी के पंजाब चुनाव अभियान में भी अहम भूमिका निभाई और 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में पार्टी ने 24 प्रतिशत वोट शेयर और 20 सीटें हासिल कीं।
पाठक आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति के सबसे युवा सदस्य हैं और पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी के सदस्य भी हैं। वे एक साइलेंट वर्कर के रूप में जाने जाते हैं, जो अपने काम के जरिए भाजपा पर लगातार हमलावर रहते हैं।
दिल्ली आबकारी नीति मामले में उनका नाम सामने आया था। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें समन भेजा था और उनसे पूछताछ भी की थी। इस दौरान, आप नेता आतिशी ने दावा किया था कि दुर्गेश पाठक की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है।
अब दुर्गेश पाठक राजेंद्र नगर से एक बार फिर विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वह क्षेत्र में बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और विकास कार्यों के वादे के साथ जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास कर रहे हैं।