संसद में वाइट पेपर क्या होता है? खरगे ने क्यों की इसकी मांग?

कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर में चल रही हिंसा को लेकर केंद्र सरकार से व्हाइट पेपर की मांग की;

Update: 2025-04-04 13:11 GMT

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर में चल रही हिंसा को लेकर केंद्र सरकार से व्हाइट पेपर की मांग की।

पार्लियामेंट में व्हाइट पेपर एक आधिकारिक दस्तावेज होता है, जिसे सरकार किसी खास मुद्दे पर जानकारी देने, स्थिति स्पष्ट करने या अपनी नीतियों को समझाने के लिए पेश करती है। इसमें तथ्य, आंकड़े, विश्लेषण और सरकार का नजरिया शामिल होता है। इसका मकसद जनता और सांसदों को किसी विषय की पूरी तस्वीर दिखाना होता है, ताकि उस पर चर्चा हो सके। यह पारदर्शिता लाने और जवाबदेही सुनिश्चित करने का एक तरीका है।

मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर में चल रही हिंसा को लेकर केंद्र सरकार से व्हाइट पेपर की मांग की। उनका कहना था कि मणिपुर पिछले दो साल से हिंसा की आग में जल रहा है, जिसमें 260 से ज्यादा लोग मारे गए और 60,000 से अधिक विस्थापित हुए।

खरगे ने आरोप लगाया कि सरकार इस हिंसा को रोकने में नाकाम रही और बीजेपी ने चुप्पी साध रखी। उन्होंने कहा कि व्हाइट पेपर से मणिपुर की सच्चाई सामने आएगी, इससे ये पता चलेगा कि वहां क्या हो रहा है और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री से मणिपुर का दौरा करने और हालात सुधारने की अपील की।

 

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