दलितों, अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा पर स्थिति स्पष्ट करें आप-भाजपा : कांग्रेस

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस इकाई ने दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधा और कहा है कि इन दोनों पार्टियों को इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए;

Update: 2025-01-11 07:36 GMT

नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस इकाई ने दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधा और कहा है कि इन दोनों पार्टियों को इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी काजी निजामुद्दीन ने प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में शुक्रवार को संवाददाताओं को संबोधित करते कहा कि आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल को देश में अल्पसंख्यकों, दलितों और आदिवासियों के खिलाफ़ हिंसा एवं नफ़रत के बढ़ते मामले, उनका दमन किए जाने तथा उन्हें नज़रअंदाज़ किए जाने के ख़तरनाक ट्रेंड्स पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। श्री निजामुद्दीन के अलावा अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के अनुसूचित जाति एवं जनजाति (एसएस/एसटी) विभाग के अध्यक्ष राजेश लिलौठिया और कांग्रेस नेता एवं आप के दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने भी संवाददाताओ को संबोधित किया।

श्री निजामुद्दीन ने श्री केजरीवाल से कहा कि हमारे संप्रभु, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य के लोगों की एक आवाज़ के रूप में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर आपकी पार्टी की चुप्पी और क्रियाकलापों ने मुझे असहज किया है। उन्होंने कहा, “अल्पसंख्यकों, दलितों और आदिवासियों के खिलाफ भाजपा की नफरती सोच और द्वेष की भावना तो जग ज़ाहिर है, लेकिन आप से जुड़े ये घटनाक्रम इस बात को लेकर गंभीर सवाल खड़े करते हैं कि क्या आप न्याय, सबको साथ लेकर चलने और सुशासन के प्रति प्रतिबद्ध हैं।

प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि जहांगीरपुरी और पूर्वी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक हिंसा पर आपकी चुप्पी ने हमें विचलित किया है। साथ ही उन्होंने पार्टी के संयोजक से पूछा कि आप अपने पूर्व सहयोगी राजेंद्र गौतम की बर्खास्तगी के मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करें, क्योंकि श्री गौतम आपके मंत्रिमंडल में दलितों के आवाज थे। उन्होंने कहा कि बिलकिस बानो मामले पर मनीष सिसोदिया की चुप्पी शर्मनाक है। इस दौरान उन्होंने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के मुद्दे पर श्री केजरीवाल से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की।

वहीं, श्री गौतम ने पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने (श्री केजरीवाल) पिछले 10 वर्षों में दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के विकास के लिए कोई काम नहीं किया है। उन्होंने कहा, “जब मैं आप सरकार में मंत्री था, तो दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के कल्याण को लेकर योजनाएं लाना चाहता था। मैंने जब भी इस संबंध में कोशिश की, तो श्री आपने मुझे रोक दिया और इन वर्गों के कल्याण के लिए योजना लाने नहीं दिया।”

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