आरक्षण को लेकर श्री श्री रविशंकर का बयान निंदनीय: एडवोकेट रजत कल्सन
ह्यूमन राइट लॉ नेटवर्क के हरियाणा संयोजक एडवोकेट रजत कल्सन ने धर्मगुरु श्री श्री रविशंकर के आरक्षण को लेकर दिए गए बयान को शर्मनाक और निदंनीय बताया है;
हिसार। ह्यूमन राइट लॉ नेटवर्क के हरियाणा संयोजक एडवोकेट रजत कल्सन ने धर्मगुरु श्री श्री रविशंकर के आरक्षण को लेकर दिए गए बयान को शर्मनाक और निदंनीय बताया है।
कल्सन ने आज जारी एक बयान में कहा कि धर्मगुरू श्री श्री रविशंकर ने कल एक साक्षात्कार में देश में संवैधानिक आरक्षण के बारे में जो बयान दिया है, उससे वंचित वर्गों के लोगों में बेहद आक्रोश का माहौल है।
एडवोकेट कल्सन ने आरोप लगाया कि धर्मगुरु ने भारत के संविधान में वंचित वर्गों के लिए प्रदत आरक्षण का न केवल विरोध किया है, बल्कि अपने अपने बयान में भड़काऊ शब्दों का प्रयोग करके सवर्ण समाज को दलितों के विरुद्ध भड़काने का प्रयास भी किया है जिससे देश की एकता को खतरा पैदा होने का अंदेशा है।
दलित अधिकार कार्यकर्ता ने मांग कि धर्मगुरु श्री श्री रविशंकर को अपने बयान पर शोषित व वंचित समाज से माफी मांगनी चाहिए और चेतावनी दी कि अगर उन्होंने माफी नहीं मांगी तो वे उनके खिलाफ राजद्रोह व अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराएंगे।
धर्मगुरु श्रीश्री रविशंकर ने एक समाचार पत्र को दिए गए साक्षात्कार में कहा है कि जातिगत आरक्षण देश के लिए ठीक नहीं है, यह लंबे समय तक नहीं चलेगा, अगर लंबे समय तक चला तो सवर्ण जातियां विद्रोह कर देंगी।