पीडीए गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी सपा : अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गुरुवार को सहारनपुर के देवबंद में पूर्व विधायक माविया अली के बेटे की शादी समारोह में शामिल होने आये थे;
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गुरुवार को सहारनपुर के देवबंद में पूर्व विधायक माविया अली के बेटे की शादी समारोह में शामिल होने आये थे।
इसी दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सपा पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। लोकसभा चुनाव में केंद्र में गठबंधन की सरकार बनना लगभग तय है। सपा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में 65 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने के संकेत देने और बाकी 15 सीटों पर गठबंधन के साथियों के संतुष्ट होने की संभावना से जुड़े सवाल पर कहा कि सपा ने अभी तक जितने भी गठबंधन किए हैं, उनमें हमारी कोशिश रही है कि गठबंधन के सहयोगी दलों का पूरा सम्मान किया जाए। मैं आज आपके सामने कह रहा हूं, जो भी हमारे गठबंधन के साथी हैं। वे कभी पहले निराश नहीं हुए, वे आगे भी निराश नहीं होंगे।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में ‘इंडिया’ गठबंधन के तहत टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के साथ हाल में हुई तल्खी के बारे में पूछे गये एक सवाल पर सपा सुप्रीमो ने कहा कि मध्य प्रदेश में जो बात खत्म हो गयी है, उस बात को हम लोग न उठायें। ये शायद हमारी समझ के बाहर था या फिर हमने ज्यादा समझ लिया था। मुझे लगा कि मध्य प्रदेश में अगर उनके और कांग्रेस को लेकर लोग बातचीत कर रहे हैं तो हमें साथ लेकर चलेंगे। अब साफ हो गया है कि राज्य स्तर पर कोई गठबंधन नहीं है तो कोई बात नहीं है। लेकिन, राष्ट्रीय स्तर पर जो गठबंधन है, उसको पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) एक रणनीति के तहत मदद करेगा।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पीडीए ही भाजपा नीत राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को हरायेगा। राजग के लोगों ने पीडीए को धोखा दिया है। भाजपा के राज में पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक मुसलमान सबसे ज्यादा पीड़ित हैं और उनके साथ सबसे ज्यादा अन्याय हुआ है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से नोटिस भेजे जाने के सवाल पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि चाहे दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल हों या आजम खां हों या फिर सपा के और विधायक हों, अगर वे जनता की आवाज उठायेंगे तो इन पर मुकदमा दर्ज हो जाएगा। ये सब इसीलिए परेशान किए जा रहे हैं क्योंकि भाजपा को लगता है कि ये ताकत बनकर उभरेंगे। अगर उनको यही दबा देंगे तो उनके दल का मनोबल गिर जाएगा। लेकिन, समाजवादी लोग किसी भी कीमत पर सरकार से डरने वाले नहीं हैं।