मंदिर -मस्जिद विवाद: योगी और रविशंकर के बीच मुलाकात, शिया वक्फ बोर्ड को झटका
अयोध्या के मंदिर मस्जिद विवाद को सुलह समझौते से हल करने के चल रहे प्रयासों के बीच आज आध्यात्मिक गुरु श्री श्रीरविशंकर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच हुई मुलाकात।;
लखनऊ। अयोध्या के मंदिर मस्जिद विवाद को सुलह समझौते से हल करने के चल रहे प्रयासों के बीच आज आध्यात्मिक गुरु श्री श्रीरविशंकर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में यहां मुलाकात की।
सुलह समझौते से मसले के हल पर शिया समुदाय के एक गुट ने इसका विरोध कर शिया वक्फ बोर्ड को करारा झटका दे दिया। शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड ने जहां सुलह समझौते से मंदिर निर्माण का समर्थन किया है, वहीं आल इंडिया शिया पर्सनल ला बोर्ड ने मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के साथ रहने का फैसला कर वक्फ बोर्ड के समक्ष असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है। इसे वक्फ बोर्ड को बड़ा झटका माना जा रहा है। मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने पहले ही सुलह समझौते के प्रयासों को खारिज कर दिया है।
आल इंडिया शिया पर्सनल ला बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने स्पष्ट कह दिया है कि अयोध्या मसले पर वह और उनका समुदाय आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के साथ हैं। अब्बास ने कहा कि उन्हें कोई ऐसा फार्मूला मंजूर नहीं है जिससे यह संदेश जाय कि मुस्लिम पक्ष ने इस मुद्दे पर आत्मसर्पण कर दिया है। वह और उनका संगठन केवल उच्चतम न्यायालय के आदेश को मानेंगे।
शिया पर्सनल ला बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना जहीर अब्बास रिजवी ने मुम्बई से ‘यूनीवार्ता’ से फोन पर कहा कि राम मंदिर मसले पर आत्मसमर्पण करने का सवाल ही नहीं उठता। जिस फार्मूले पर समझौते की बात चल रही है उससे साफ है कि कुछ लोग चाहते हैं मुस्लिम आत्मसमर्पण कर दे। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के भी सदस्य मौलाना रिजवी ने कहा कि कुछ लोग कौम के नाम पर राजनीति करने में लगे हैं।