बैंक हड़ताल का दूसरा दिन, राहुल गांधी ने ट्वीट कर सरकार पर साधा निशाना
सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण के विरोध में लाखों बैंक अधिकारी हड़ताल पर हैं;
नई दिल्ली। सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण के विरोध में लाखों बैंक अधिकारी हड़ताल पर हैं। आज मंगलवार को इस हड़ताल का दूसरा दिन है। दिल्ली से लेकर मुंबई तक इस हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है। जहां आम जनता को परेशानी का सामना कर पड़ रहा है तो वहीं आर्थिक हानि भी हो रही है।
हड़ताल के पहले दिन यानि की कल सोमवार को बैंकिंग कामकाज हड़ताल के चलते प्रभावित हुआ। हड़ताल के चलते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में नकदी निकासी, जमा, चेक समाशोधन और कारोबारी लेनदेन प्रभावित हुआ। यूनियन नेताओं ने दो दिन की इस हड़ताल में करीब 10 लाख बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों के शामिल होने का दावा किया है। यूनिनयन का ये दावा सच होता दिखाई दे रही है।
इस हड़ताल का असर अब देखने को भी मिलने लगा है। मंगलवार को कांग्रेस सांसद एम. टैगोर और राजद सांसद मनोज झा ने संसद में स्थगन प्रस्ताव दिया है और बैंक कर्मचारियों की मांग पर चर्चा करने को कहा है। नेताओं ने इस हड़ताल के चलते होने वाले नुकसान से लेकर बैंकों के निजीकरण प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए हैं।
इसके साथ साथ इन बैंक कर्मचारियों को इस लड़ाई में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और नेता राहुल गांधी का भी साथ मिल गया है। जी हां आज मंगलवार को राहुल गांधी ने ट्वीट करके सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट किया सरकार प्रॉफिट को प्राइवेटाइज़ कर रही है और घाटे का राष्ट्रीयकरण कर रही है। PSB को मोदीक्रॉनी को बेचना भारत की वित्तीय सुरक्षा के साथ समझौता है। मैं इस मुद्दे पर बैंक कर्मियों के साथ खड़ा हूं।
GOI is privatising profit & nationalising loss.
Selling PSBs to Modicronies gravely compromises India’s financial security.
I stand in solidarity with the striking bank employees.#BankStrike
आपको बता दें कि बैंक लगातार चार दिन से बंद हैं। जी हां शनिवार रविवार के बाद हड़ताल के चलते पिछले चार दिन से बैंक बंद है जिससे आम जनता को परेशानी को सामना करना पड़ रहा है।