राज्य में खाए जाने वाला नमक गुणवत्तापूर्ण
राज्य के घरों में खाने हेतु उपयोग किए जाने वाले नमक में आयोडीन की मात्रा गुणवत्तापूर्ण है।;
रायपुर। राज्य के घरों में खाने हेतु उपयोग किए जाने वाले नमक में आयोडीन की मात्रा गुणवत्तापूर्ण है। स्वास्थ्य संचालक आर प्रसन्ना ने बताया कि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 (2015-16) की रिपोर्ट के अनुसार खाने में उपयोग किये जाने वाले नमक में आयोडीन की मात्रा 99.1 फीसदी पाई गई है।
राज्य में आयोडीन अल्पता से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव बच्चों में मंदबुद्धि, अपंगता, गूंगापन, बहरापन, बार-बार गर्भपात होना, गर्भ में शिशु की मृत्यु इत्यादि की रोकथाम, नियंत्रण व निवारण करने के उद्देश्य से दो दिवसीय प्रशिक्षण में प्रतिदिन 25-25 खाद्य सुरक्षा अधिकारी को राज्य स्तरीय प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में बताया कि राज्य आईडीडी प्रयोगशाला द्वारा नमक का नियमित परीक्षण किया जाता है व इसकी रिपोर्ट को खाद्य एवं औषधि प्रशासन तथा संबंधित विभागों को सूचित किया जाता है।
प्रशिक्षण में खाद्य सुरक्षा अधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. कमलेश जैन, औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त खाद्य डॉ अश्वनी देवांगन सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित हुए। प्रशिक्षण में आयोडीन अल्पता विकार एवं खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2011 के तहत नमक में पर्याप्त मात्रा में आयोडीन नहीं पाये जाने की स्थिति में की जाने वाली कार्यवाही के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। उन्हें कोटपा एक्ट की जानकारी भी प्रदान की गई। उक्त प्रशिक्षण में माइक्रोन्यूट्रीयन इनीसेट्युव एवं यूनिसेफ रायपुर के प्रतिनिधियों ने राष्ट्रीय स्तर पर किए गए आयोडीन अल्पता विकार से संबंधित जानकारियों से अवगत कराया।