तिलगा-भगोरा रोड को लेकर 20 गांवों के ग्रामीण फिर लामबंद
जिला मुख्यालय से सटे और शहर रायगढ़ संबलपुरी मार्ग के आगे तिलगा भगोरा रोड की जर्जर स्थिति से भयावह नर्क भोग रहे क्षेत्र के डेढ दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौपा;
रायगढ़। जिला मुख्यालय से सटे और शहर के पूर्वांचल क्षेत्र से जुडे रायगढ़ संबलपुरी मार्ग के आगे तिलगा भगोरा रोड की जर्जर स्थिति से भयावह नर्क भोग रहे क्षेत्र के डेढ दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों ने आज जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपते हुए इस मार्ग के लिए जीर्णोद्धार की स्वीकृत न होनें पर आगामी 5 अक्टूबर से धरना प्रदर्शन व आर्थिक नाकेबंदी की चेतावनी दी है।
संबलपुरी मार्ग पर माता मंदिर के आगे तिलगा भगोरा रोड जो जामगांव स्टेशन तक अत्यंत जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है और सड़क की भयावह स्थिति के कारण करीब 15 कि.मी. की यह सड़क ग्रामीणों की परेशानी का कारण बना हुआ है। जिससे क्षेत्रवासी काफी आक्रोशित है। इन प्रभावित ग्रामों के ग्रामीणों ने आज जिलाधीश के नाम ज्ञापन सौंपकर आंदोलन की चेतावनी दी है। जिलाधीश के नाम सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि संबलपुरी चौक से जामगांव स्टेशन तक दूरी 15 कि.मी. है जिसकी सड़क की स्थिति बहुत ही ज्यादा खराब हो गई है। इस सड़क से कई फैक्ट्रियों के भारी वाहनों का आवागमन होता रहता है। जिससे प्रमुख रूप से एम.एस.पी. जामगांव, मां मंगला नटवरपुर, मां मणी नटवरपुर, शिव शक्ति चक्रधरपुर, शाकम्बरी सम्बलपुरी एवं अन्य फैक्ट्री के भारी वाहनों का आना-जाना लगा रहता है।
इस कारण सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए है और इस सड़क पर चार चक्का के वाहनों के आने-जाने के लायक नही है। इस सड़क से बादपाली, तिलगा, भगोरा, सराईपाली, मनुवापाली, सपनई, सिकोसीमाल, बलभद्रपुर, अड़बहाल, कुम्हिबहाल, झारगुडा, देवबहाल, धुमाबहाल, कोलाईबहाल, के लोगों का रायगढ़ आने-जाने का एक मात्र मार्ग है इन 14 गांवों के लोगों को इस सड़क से बहुत ही ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है। इस क्षेत्र के लोगों ने पिछले 10-12 वर्षो से कई बार शासन का ध्यान आकर्षण किया व कई बार धरना प्रदर्शन कर शासन को भी अवगत कराया गया है। पिछले कई वर्षो से इस क्षेत्र के लोग भारी परेशानियों का सामना कर रहें है। इस क्षेत्र के लोगों का धैर्य रखने का और साहस नही है इसलिए संबलपुरी से जामगांव रेलवे स्टेशन तक का सड़क निर्माण कार्य अगर 5 अक्टूबर तक प्रारंभ नही किया गया तो इस क्षेत्र के लोग सड़क निर्माणके लिए सुरेन्द्र सिदार अध्यक्ष जिला वनोपज रायगढ़ जिला पंचायत सदस्य तमनार रायगढ़ की अगुवाई में धरना प्रदर्शन व आर्थिक नाकेबंदी के लिए मजबूर होंगे। जिसकी जवाबदारी छ.ग.शासन की होगी।
पहले दिया धरना तो हुई थी एफआईआर
यह पहला अवसर नही है जब क्षेत्र के ग्रामीणों ने इस जर्जर सड़क को बनाने के लिए आंदोलन शुरू किया है। दरअसल करीब दस साल पहले प्रधानमंत्री सड़क के रूप में बनी इस सड़क का दूसरी बार अब तक जीर्णोद्धार नही हो सका। जिसके कारण अब यह सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है जिसके कारण इस मार्ग से आवाजाही करने वाले लगभग 20 गांव के 50 से 60 हजार लोग प्रभावित हैं। उनका कहना है कि सड़क नही के बराबर होनें के कारण उन्हें अपने गांव में एंबुलेंस तक ले जाने की सुविधा नही मिल पाती और प्रभावित ग्रामीणों के द्वारा पिछले साल भी सड़क निर्माण को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया था। मगर जिला प्रशासन की ओर से सड़क निर्माण की स्वीकृति दिलाने के स्थान पर धरना कर रहे करीब दो दर्जन ग्रामीणों पर एफआईआर की सौगात दी गई। जिसके कारण पूरे अंचल में रोष व्याप्त है।