चुनावी साल में कुछ पद देकर दलितों-पिछड़ों को धोखा दे रही राजद : सुशील
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता श्री मोदी ने ट्वीट किया, "राजद के संस्थापक, प्रवर्तक और अघोषित रूप से आजीवन राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बीस साल में पार्टी की पहचान ऐसी बनायी है;
पटना। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की इस बार के विधानसभा चुनाव को लेकर दलितों-पिछड़ों को अधिक तरजीह देने की कवायद पर कटाक्ष करते हुए आज कहा कि राजद ऐसा कर के इन वर्ग के लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रही है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता श्री मोदी ने ट्वीट किया, "राजद के संस्थापक, प्रवर्तक और अघोषित रूप से आजीवन राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बीस साल में पार्टी की पहचान ऐसी बनायी है, जो लाठी में तेल पिलाकर दलितों-पिछड़ों और व्यवसायियों को डरा-धमका कर समाज में भय का वातावरण बनाने में भरोसा रखते हैं। चुनावी साल में राजद ने केवल दिखावे के लिए जिला स्तर के कुछ पद दलितों-पिछड़ों को बांटकर लोगों को धोखा देने की कोशिश की है।"
श्री मोदी ने कहा कि किसी पार्टी का असली चेहरा तब सामने आता है, जब वह सत्ता में होती है। राजद ने 15 साल के शासन में दलितों-पिछड़ों को सत्ता में समुचित भागीदारी नहीं दी बल्कि इन समुदायों पर अत्याचार कराये। उन्होंने कहा कि जो समुदाय राजद काल में सामूहिक पलायन को मजबूर किये गए थे, उन्हें आज संगठन में लालीपॉप थमाया जा रहा है।
भाजपा नेता ने कहा कि लालू- राबड़ी राज में साम्प्रदायिकता से लड़ने के नाम पर एक समुदाय का तुष्टीकरण ही नहीं किया गया बल्कि उस समाज के आपराधिक और कट्टरपंथी तत्वों को विधायिका में दाखिल कराया गया। उन्होंने कहा कि राजद के असली ब्रांड अम्बेसडर तो शहाबुद्दीन और राजबल्लभ यादव हैं।