यूपी में नदियां खतरे के निशान से नीचे
उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि प्रदेश में सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं और तटबंध सुरक्षित हैं;
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि प्रदेश में सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं और तटबंध सुरक्षित हैं। सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव सुरेश चन्द्रा ने आज यहां बताया कि प्रदेश में बहने वाली अधिकतर नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। कहीं भी बाढ़ की स्थित नहीं है।
उन्होंने बताया कि अधिकतर नदियों पर बने तटबंध सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग के अधिकारी, कर्मचारी एवं विशेष सचिव स्तर के अधिकारी लगातार तटबंधों की संवेदनशीलता एवं कटाव की निगरानी कर रहे हैं। जहां कहीं भी कटाव जैसी स्थिति उत्पन्न होती है उसे तत्काल मरम्मत कराकर सुरक्षित कर दिया जाता है।
चन्द्रा ने बताया कि गोण्डा में घाघरा नदी पर सकरौर भिखारीपुर बांध पर कटाव रोकने के लिये लगातार कार्य किया जा रहा है। विभाग इस पर नजर रखे है। घाघरा नदी खतरे के निशान से 28 सेन्टीमीटर ऊपर बह रही है लेकिन तटबंध सुरक्षित है।
एल्गिन ब्रिज चरसरी में घाघरा नदी खतरे के निशान से 30 सेन्टीमीटर ऊपर बह रही है और वहां पर भी तटबंध सुरक्षित है। लखीमपुर खीरी में जालिमनगर से अम्बरपुर संवेदनशील है।
प्रमुख सचिव ने बताया कि मुख्य अभियन्ता (पूर्वीगंगा) मुरादाबाद, मुख्य अभियन्ता (गण्डक) गोरखपुर, मुख्य अभियन्ता (शारदा सहायक), मुख्य अभियन्ता (सरयू प्रथम) फैजाबाद तथा मुख्य अभियन्ता (शारदा) से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बदायूँ, रामपुर, कुशीनगर, बलिया, मऊ, आजमगढ़, नवलपरासी, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, बस्ती, संतकबीरनगर, देवरिया, बाराबंकी, बहराइच, पीलीभीत, सीतापुर तथा शाहजहांपुर में सभी तटबंध सुरक्षित हैं। नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं।