रेड पांडा का कुनबा बना पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र
उत्तराखंड के नैनीताल स्थित जी बी पंत उच्चस्थलीय प्राणी उद्यान में दुर्लभ रेड पांडा का कुनबा इन दिनों पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ;
नैनीताल। उत्तराखंड के नैनीताल स्थित जी बी पंत उच्चस्थलीय प्राणी उद्यान में दुर्लभ रेड पांडा का कुनबा इन दिनों पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।
नैनीताल की शेरकाडांडा पहाड़ी पर स्थित लगभग साढ़े छह हेक्टेयर में फैले जी बी पंत उच्चस्थलीय प्राणी उद्यान (जू) में दुर्लभ रेड पांडा के कुनबे में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। प्राणी उद्यान में दुर्लभ रेड पांडा की संख्या बढ़कर आठ हो गयी है। रेड पांडा ने हाल ही में दो खूबसूरत नन्हें मेहमानों को जन्म दिया है। इस उद्याग में बाघ, गुलदार, मारखोर, मोनाल, तिब्बती भेड़िया, ब्लू शिप, काकड़, घुरल और फीजेंट्स समेत लगभग 233 उच्चस्थलीय वन्य प्राणी मौजूद हैं। इनके अलावा अनेक प्रकार की हिमालयी वनस्पतियां भी प्राणी उद्यान की खूबसूरती में चार चांद लगाती हैं लेकिन इन दिनों उच्चस्थलीय प्राणी उद्यान का सबसे प्रमुख आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है रेड पांडा का कुनबा।
उप वन क्षेत्राधिकारी दीपक कुमार तिवारी ने सोमवार को बताया कि रेड पांडा के जोड़े को पहली बार 2014 में दार्जीलिंग चिड़ियाघर से नैनीताल लाया गया था। प्राणी उद्यान के चिकित्सकों ने काफी मेहनत के बाद राहुल और सोनम के जोड़े में ब्रीडिंग कराने में सफलता पायी और 2015 में नर और नन्नू का जन्म दिया। फिर सोनम ने 2016 में दुबारा से एक जोड़े को जन्म दिया। वर्ष 2018 में भी एक रेड पांडा ने जन्म लिया। आजकल रेड पांडा का कुनबा फिर बढ़ा हुआ है। हाल ही में रेड पांडा ने दो और रंग बिरंगे मासूमों को जन्म दिया है। रेड पांडा का कुनबा बढ़कर संख्या अब आठ हो गयी है। रेड पांडा के कुनबे में लगातार हो रही वृद्धि से चिड़ियाघर के कर्मचारी बहुत खुश हैं।
तिवारी ने बताया कि प्राणी उद्यान में खूबसूरत मोनाल की संख्या में भी बढ़ोतरी पर विचार किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश स्थित नेहरू फीजेंट्री से मोनाल के जोड़े को लाने के लिये बातचीत चल रही है। जल्द ही मोनाल के जोड़े का लाया जायेगा। उन्होंने बताया कि जू में अभी तक मोनाल का एक ही जोड़ा मौजूद है।