जारी हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित
बजट सत्र के दूसरे चरण के आज लगातार तीसरे दिन राज्यसभा में विभिन्न दलों का अलग-अलग मुद्दों को लेकर हंगामा जारी रहा जिसके कारण शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित करनी;
नयी दिल्ली। बजट सत्र के दूसरे चरण के आज लगातार तीसरे दिन राज्यसभा में विभिन्न दलों का अलग-अलग मुद्दों को लेकर हंगामा जारी रहा जिसके कारण शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
Uproar in Rajya Sabha over vandalism of statues, Andhra Pradesh Special Category Status issue and Cauvery Management Board constitution, house adjourned till 2 pm pic.twitter.com/Pm0sOJgNk8
सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सुबह जरूरी विधायी कार्य निपटाने के बाद कहा कि कुछ समाचार पत्रों में प्रतिमाएं तोड़े जाने की खबरें आयी हैं जिसके बारे में वह बाद में वक्तव्य देंगे। उन्होंने कहा कि प्रतिमाएं तोड़ने की घटनाएं गलत हैं। ये चाहे तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल या त्रिपुरा में तोड़ी जाए। इस पर कांग्रेस, वामदल, द्रमुक, तृणमूल, अन्नाद्रमुक और शिवसेना के सदस्य नारे लगाते हुए आसन के समक्ष आ गए। कांग्रेस और वामदलों को छोड़कर अन्य दलों के सदस्य अलग अलग रंग का पटका लगाए हुए थे। ये सदस्य अपनी -अपनी मांगों के समर्थन नारे लगा रहे थे और तख्तियां लहरा रहे थे।
सभापति ने शोरशराबा कर रहे सदस्यों से अपनी- अपनी सीटों पर लौटने की अपील करते हुए उनसे शांत होने और सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिये तैयार है और सदस्यों काे अपनी बात सदन में रखनी चाहिए।
सदन चर्चा के लिए होता है लेकिन सदस्यों के बर्ताव से देशभर में गलत संदेश जा रहा है। सदस्यों का ऐसा व्यवहार लोकतंत्र के विरुद्ध है। इस बीच कांग्रेस के आनंद शर्मा बोलने के लिए खड़े हो गये और द्रमुक की कनिमोझी भी जोर जोर से बाेलने लगी। नायडू ने सदस्यों से शांत होने और अपनी सीटों पर लौटने की अपील की लेकिन इसका कोई असर नहीं होते देख उन्होंने सदन की कार्यवाही दो बजे तक लिए स्थगित कर दी।